रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायतें बहाल करें प्रधानमंत्री: केजरीवाल

Rozanaspokesman

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ये रियायतें 20 मार्च, 2020 को वापस ले ली गई थीं।

Prime Minister should restore the concessions given to senior citizens in Railways: Kejriwal

New Delhi:  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर उनसे वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे द्वारा दी जाने वाली किराया रियायतें बहाल करने का अनुरोध किया है।

केजरीवाल ने पिछले शनिवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि केंद्र का बजट 45 लाख करोड़ रुपये का है और अगर वरिष्ठ नागरिकों को रियायतें दी जाती हैं तो इस पर 1600 करोड़ रुपये का व्यय होगा। उन्होंने इस राशि को ‘‘सागर में एक बूंद’’ करार देते हुए कहा कि यह राशि खर्च नहीं करने से सरकार अमीर नहीं बन जाएगी।

उन्होंने कहा कि सुविधाएं बंद करने से वरिष्ठ नागरिकों को यह संदेश मिल रहा है कि सरकार को उनकी परवाह नहीं है, जो देश की संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति, समाज या देश विकास नहीं कर सकता है।

केजरीवाल ने कहा कि उन बुजुर्गों के आशीर्वाद से दिल्ली में सभी क्षेत्रों में प्रगति हो रही है और उनकी सरकार ने बुजुर्गों के लिए धार्मिक स्थलों की मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की है। केंद्र सरकार ने 2020 में कोविड-19 पर काबू के लिए लोगों की आवाजाही को हतोत्साहित करने की खातिर वरिष्ठ नागरिकों को मिल रही रियायतों को बंद कर दिया था।

हाल ही में एक संसदीय समिति ने रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली किराया रियायतें को फिर से शुरू करने की सिफारिश की है। भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेन किरायों में 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों को किराए में 40 प्रतिशत एवं 58 साल से अधिक आयु की महिलाओं को 50 प्रतिशत की छूट दी जाती थी।

ये रियायतें 20 मार्च, 2020 को वापस ले ली गई थीं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद राधा मोहन सिंह की अध्यक्षता वाली रेलवे की स्थायी संसदीय समिति ने कहा है कि रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार कोविड की स्थिति अब सामान्य हो गई है और राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने अपनी सामान्य स्थिति हासिल कर ली है।.