‘सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ’ : सिब्बल का सरकार पर तंज

Rozanaspokesman

सिब्बल ने सरकार के नारे ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ।’’

'Not everyone's support, Brij Bhushan's support': Sibal's taunt on the government

New Delhi: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर ‘‘चुप’’ हैं, जिससे मामले की जांच करने वालों के लिए ‘‘संदेश’’ स्पष्ट है।

सिब्बल उच्चतम न्यायालय में प्रदर्शनकारी पहलवानों की पैरवी कर रहे हैं।

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘बढ़ते सबूतों, सार्वजनिक आक्रोश के बावजूद बृजभूषण सिंह को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री चुप, गृह मंत्री चुप, भाजपा चुप, आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) चुप। जांच करने वालों के लिए संदेश स्पष्ट है।’’

सिब्बल ने सरकार के नारे ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सबका साथ नहीं, बृजभूषण का साथ।’’

संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की पहली और दूसरी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से एक निर्दलीय सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने हाल में अन्याय से लड़ने के उद्देश्य से गैर-चुनावी मंच ‘‘इंसाफ’’ शुरू किया।

दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की हैं।

छह महिला पहलवानों और एक नाबालिग के पिता की शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई दोनों प्राथमिकी में बृजभूषण द्वारा एक दशक से भी अधिक समय में अलग-अलग समय और स्थानों पर यौन उत्पीड़न, अनुचित तरीके से स्पर्श करने, जबरन छूने, पीछा करने और डराने-धमकाने संबंधी कई कथित मामलों का जिक्र है।