कांग्रेस कार्य समिति की नौ अक्टूबर को बैठक, चुनाव रणनीति, जाति जनगणना और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा संभव

Rozanaspokesman

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कार्य समिति, कांग्रेस की सबसे बड़ी नीति निर्धारक इकाई है।

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New Delhi: कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की अगली बैठक का आयोजन आगामी नौ अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी में किया जाएगा जिसमें पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति, जाति जनगणना और कुछ अन्य विषयों पर चर्चा होने की संभावना है।

पार्टी सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि आगामी सोमवार को पार्टी मुख्यालय में होने वाली कार्य समिति की बैठक में इस साल के आखिर में प्रस्तावित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनावों की तैयारियों, देश के मौजूदा राजनीतिक हालात, जाति जनगणना, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और कुछ अन्य राजनीतिक एवं आर्थिक मुद्दों पर चर्चा संभव है।.

कार्य समिति, कांग्रेस की सबसे बड़ी नीति निर्धारक इकाई है। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले हो रही है। माना जा रहा है कि इसमें चुनाव की रणनीति के साथ चुनाव से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा होगी। कांग्रेस राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ है तो भाजपा मध्य प्रदेश में, भारत राष्ट्र समिति तेलंगाना में और मिजोरम नेशनल फ्रंट मिजोरम में सत्तासीन है।

कार्य समिति केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय जैसी जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर चर्चा कर सकती है। इस बैठक से कुछ दिन पहले ही कथित आबकारी घोटाले के मामले में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है। यही नहीं, पिछले कुछ दिनों में विपक्ष के कई नेताओं के खिलाफ ईडी ने विभिन्न मामलों में कार्रवाई की है। कार्य समिति बिहार की जाति आधारित गणना के आंकड़े के जारी होने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत जनगणना की मांग दोहरा सकती है।

कांग्रेस कार्य समिति की पिछली बैठक 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में हुई थी। कार्य समिति के पुनर्गठन के बाद यह पहली बैठक थी। उस बैठक में कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) की पहल को वैचारिक एवं चुनावी सफलता दिलाने का संकल्प लिया था।

पार्टी ने यह भी कहा था कि वह यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश विभाजनकारी और ध्रुवीकरण की राजनीति से मुक्त हो तथा लोगों को एक पारदर्शी, जवाबदेह एवं जिम्मेदार केंद्र सरकार मिले। कार्य समिति की पिछली बैठक में पारित प्रस्ताव में जातिगत जनगणना की मांग भी उठाई गई और कहा गया कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मौजूदा अधिकतम सीमा बढ़ाई जाए।

बैठक के बाद 14 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, किसानों की समस्याओं, चीन के साथ सीमा विवाद, अडाणी समूह से जुड़े मामले तथा कई अन्य मुद्दों का उल्लेख किया गया था।

कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।

कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इसमें सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।