मप्र में भाजपा सरकार के 220 महीनों के शासन में 225 घोटाले हुए : प्रियंका गांधी

Rozanaspokesman

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कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘ पिछले तीन वर्षों में भाजपा सरकार द्वारा राज्य में केवल 21 सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं।

225 scams happened in 220 months of BJP government's rule in MP: Priyanka Gandhi

जबलपुर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के प्रचार अभियान की सोमवार को जबलपुर में एक रैली से शुरुआत की और शिवराज सिंह चौहान सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और नौकरियां उपलब्ध कराने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने व्यापमं, राशन वितरण में कथित भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के 220 महीनों के शासन में 225 ‘‘घोटाले’’ हुए हैं।

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘ पिछले तीन वर्षों में भाजपा सरकार द्वारा राज्य में केवल 21 सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं। जब यह आंकड़ा मेरे संज्ञान में लाया गया, तो मैंने अपने कार्यालय से तीन बार इसकी जांच करने को कहा और पाया कि यह एक तथ्य है।’’

प्रियंका ने 28 मई को उज्जैन के महाकाल लोक कॉरिडोर में तेज हवा से छह मूर्तियों को नुकसान होने संबंधी घटना का हवाला देते हुए कहा कि चौहान सरकार ने तो देवताओं को भी नहीं बख्शा । महाकाल लोक के पहले चरण का उद्घाटन पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।

प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में 900 मीटर लंबा गलियारा 856 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है और पहले चरण में 351 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

भाजपा के ‘डबल इंजन सरकार’ के दावे पर तंज करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘‘हमने कई डबल और ट्रिपल इंजन वाली सरकारें देखी हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के लोगों ने चुनावों में इसका करारा जवाब दिया है।’’ भारतीय जनता पार्टी केंद्र और प्रदेश में एक ही पार्टी की सरकार को ‘‘डबल इंजन की सरकार’’ कहती है और दावा करती है कि ऐसा होने पर लोगों को विकास का लाभ मिलता है।

कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थामने के बाद केंद्रीय मंत्री बने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बिना प्रियंका ने उन पर कटाक्ष किया और कहा कि मध्य प्रदेश में कुछ नेताओं ने सत्ता के लिए पार्टी की विचारधारा को त्याग दिया। सिंधिया के वफादार विधायकों ने मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ दी थी जिसके कारण मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार गिर गई और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में फिर से भाजपा की सरकार बनी।