विपक्षी गठबंधन भानुमति का कुनबा, न नेता है, ना ही कोई नीति: जे पी नड्डा

Rozanaspokesman

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यह पूछे जाने पर राजग की बैठक में कौन-कौन दल शामिल होंगे, नड्डा ने कहा कि इसकी तस्वीर कल साफ हो जाएगी।

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New Delhi: भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को देशहित पर आधारित एक ऐसा ‘आदर्श’ गठबंधन करार दिया, जिसका लक्ष्य सेवा करना है। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों के गठबंधन की बुनियाद ‘स्वार्थ’ पर टिकी है तथा उसके पास न तो कोई नेता है, न कोई नीति है और ना ही निर्णय लेने की कोई क्षमता।

राजग की मंगलवार को होने वाली बैठक से एक दिन पहले यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह विपक्षी गठबंधन भानुमति का कुनबा है। कहीं का ईंट, कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा वाला गठबंधन है। न तो इनके पास नेता है, न नीयत है, न ही नीति है और ना ही फैसला लेने की ताकत है। यह तस्वीर खिंचवाने के लिए अच्छा है।’’

विपक्ष की 26 पार्टियों के शीर्ष नेता बेंगलुरू में इस बात को लेकर मंत्रणा करने जुटे हैं कि कैसे अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एक साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और एकजुट होकर उसे मात दी जाए। इसी बीच, भाजपा ने मंगलवार को राजग की बैठक बुलाई है। इस बैठक में 38 दलों ने शामिल होने की पुष्टि की है।

इस बैठक से एक दिन पहले चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) राजग में शामिल हो गई। पिछले दिनों ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी राजग में शामिल हुई थी।

नड्डा ने कहा, ‘‘आज राजग के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। यह एक आदर्श गठबंधन है। यह सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सेवा करने के लिए गठबंधन है। यह गठबंधन भारत को मजबूत बनाने के लिए है।’’

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को ‘भानुमति का कुनबा’ करार दिया और कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि स्वार्थ की राजनीति पर आधारित यह जो एकता की बुनियाद है, वह बड़ी खोखली है। इसलिए यह देश के लिए कुछ करने के लिए साथ नहीं आए हैं। यह 10 साल की संप्रग सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों का टोला है। यह जुड़ाव 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले पर पर्दा डालने का जुड़ाव है।’’

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले नौ सालों में राजग का जो विकास का एजेंडा है, जो योजनाएं हैं, जो नीतियां हैं, उनमें इसके सभी घटक दलों ने रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा, ‘‘नौ साल के अंदर गांव, गरीब, शोषित, पीड़ित, वंचित, दलित, युवा, महिला, किसान इन सबके प्रति योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इससे इनके सशक्तीकरण में हमें बहुत सफलता मिली है। देश को इस दौरान एक मजबूत नेतृत्व देखने को मिला है।’’

यह पूछे जाने पर राजग की बैठक में कौन-कौन दल शामिल होंगे, नड्डा ने कहा कि इसकी तस्वीर कल साफ हो जाएगी।

शिरोमणि अकाली दल के बैठक में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नड्डा ने कि राजग का एजेंडा स्पष्ट है और वह है देश सेवा के लिए सबको साथ लेकर चलना। उन्होंने कहा, ‘‘हमने कभी भी किसी को किसी मोड़ पर नहीं छोड़ा है। हमें छोड़कर जाने के बावजूद हमारी बातचीत, हमारा व्यवहार, हमारा आचरण हमेशा दोस्ताना रहा है। अब उन्हें निर्णय लेना है। यह हमारे हाथ में नहीं है। यह उनके हाथ में है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे अच्छे संबंध हैं उनके साथ। जिस दिन वो आएंगे, उस दिन हम आपको सूचित कर देंगे...ना हमने किसी को छोड़ा है, ना हमने किसी को बुलाया है। हम किसी को छोड़ते नहीं और जो हमें छोड़कर भी चला जाए, तो उसके प्रति प्रेम और सद्भाव रखते हैं। जब भी वो आना चाहें, आ जाएं।’’

नड्डा ने कहा कि राजग का लक्ष्य पिछले नौ सालों में किए गए कार्यों को आगे बढ़ाना है और रही बात सीट के तालमेल की, तो यह सब बाद का विषय है। उन्होंने दावा किया कि देश ने तय कर लिया है कि 2024 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राजग की सरकार बनेगी।