कानूनों में बदलाव से न तो जैव विविधता की रक्षा होगी और न ही संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा: जयराम रमेश

Rozanaspokesman

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पूर्व पर्यावरण मंत्री रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ कितना क्रूर मजाक है! ...

Senior Congress leader Jairam Ramesh

New Delhi: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने वन संरक्षण अधिनियम,1980 और राष्ट्रीय जैव विविधता अधिनियम, 2002 में प्रस्तावित संशोधन को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस कदम से न तो जैव विविधता की रक्षा होगी और न ही वन संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

रमेश ने सरकर पर उस समय निशाना साधा है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जैव विविधता के संरक्षण, सुरक्षा, बहाली एवं संवर्धन पर कार्रवाई करने में भारत लगातार आगे रहा है तथा अपने अद्यतन लक्ष्यों के माध्यम से देश ने और भी ऊंचे मानक तय किए हैं।

जी-20 पर्यावरण एवं जलवायु स्थिरता पर यहां आयोजित मंत्रिस्तरीय बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए गर्व होता है कि भारत ने अपने महत्वाकांक्षी ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान’’ के माध्यम से इस दिशा में नेतृत्व किया है।

पूर्व पर्यावरण मंत्री रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ कितना क्रूर मजाक है! व्यापक विरोध के बावजूद वन संरक्षण अधिनियम, 1980 और राष्ट्रीय जैव विविधता अधिनियम, 2002 में थोक में संशोधन किया जा रहा है और यह बात प्रधानमंत्री कहते हैं! कोई गलती न करें, कानूनों में ये बदलाव न तो जैव विविधता की रक्षा करेंगे और न ही संरक्षण को बढ़ावा देंगे।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जाहिर है कि प्रधानमंत्री के शासन का यही तरीका है कि इस उम्मीद में झूठ दोहराते रहो कि कुछ समय बाद लोग इसे सच मान लेंगे।’’