Rashmika Mandanna Video :आखिर क्य़ों चर्चा में रश्मिका का वीडियो? जानें क्या है Deepfake और यह कितना खतरनाक !

Rozanaspokesman

मनोरंजन, ट्रेंडिंग

रश्मिका मंदाना एक बड़ी एक्ट्रेस है और उन्होंने साउथ से लेकर बॉलीवूड तक में अपना नाम कमाया है.

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 Deepfake Video : आपकी स्क्रीन पर दिख रहा यह वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना नजर आ रही है. हर कोई वीडियो को देखकर हैरान है. क्योंकि वीडियो के पीछे की सच्चाई चौकाने वाली है. यह वीडियो पुरी तरह से फेक है। वीडियो में किसी और लड़की के चेहरे पर एक्ट्रेस का चेहरा लगा दिया गया है. 

रश्मिका मंदाना एक बड़ी एक्ट्रेस है और उन्होंने साउथ से लेकर बॉलीवूड तक में अपना नाम कमाया है. पुष्पा जैसी बड़ी फिल्मों में काम कर उन्होंने लोगों से खूब तारीफें भी बटोरी है. ऐसे में जब एक्ट्रेस का ऐसा वीडियो सामने आया तो सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी चुप नहीं रह पाए और इसके खिलाफ स्ट्रोंग एक्शन लेने की मांग की।  

वहीं रश्मिका मंदाना ने इसे काफी डरावना बताया। एक पोस्ट में रश्मिका ने लिखा इमानदारी से कहूं तो यह मेरे लिए काफी डरावना है. अगर आज में स्कूल या कॉलेज में होती और तब मेरे साथ यह हुआ होता तो शायद इससे निकलना मेरे लिए काफी मुश्किल होता। बता दें कि जब रश्मिका का यह वीडियो सामने आया तो हजारों -लाखों लोगो ने इसे रीयल समझा। जब कि यह वीडियो पूरी तरह से फेक है. बता दें कि इस वीडियो को डीपफेक टेक्नोलॉजी से बनाया गया है जिसमें किसी और लड़की के चेहरे पर रश्मिका का चेहरा लगा दिया गया है. 

वीडियो को देखकर पहचानना मुश्किल है कि यह फेक है या रीयल क्योंकि इसमें चेहरे के एक्सप्रेशन भी एक एक्ट्रेस से मिलती है. तो आखिर से डीपफेक है क्या चलिए आज आपको इसके बारे में बताते है. 

क्या है डीपफेक

दरहसल, डीपफेक का जन्म  AI  की वजह से हुआ है. यह वीडियो ऑडियो और फोटो सभी पर काम करता है. इसमे किसी भी फोटो या वीडियो में किसी भी चेहरे को किसी और व्यक्ति के चेहरे से बदल दिया जाता है। और यह बड़ी सफाई से होता है. और इसमें फर्क कर पाना मुश्किल हो जाता है. इस तकनीक को डीपफेक तकनीक नाम दिया गया है. 

आसान भाषा में कहे तो यह AI की मदद से फेक वीडियो और ऑडियो बनाने का एक ऐसा तकनीक है जिसमें फर्क कर पाना आम व्यक्ति के बस की बात नहीं। आज के समय में यह तकनीक काफी खतरनाक रुप लेता जा रहा है. 

रिपोर्टस की माने तो डीपफेक' शब्द पहली बार 2017 के अंत में  Reddit यूजर द्वारा बनाया गया था, जिसे अश्लिल वीडियो में चेहरा बदलने के लिए इस्तेमाल किया गया था. बाद में Reddit ने इसे बैन कर दिया था. बता दें कि इस तकनीक का इस्तेमाल ज्यादातर अश्लिल कॉन्टेनट बनाने के लिए किया जाता है. 

इसका इस्तेमाल पोर्नोग्रार्फी में भी किया जाता है और आजकल इसे मनोरंजन के लिए भी किया जाने लगा है. बता दें कि डीप फेक तकनीक आज के समय में काफी खतरनाक है. 

कैसे करें  डीपफेक वीडियो की पहचान 

अगर आपको डीपफेक वीडियो की पहचान करना है तो आपको वीडियो में कुछ चीजों पर ध्यान देना होगा। डीपफेक वीडियो पहचानने के लिए आपको फेस की पोजिसन पर ध्यान देना चाहिए कभी-कभी AI  इसमे मात खा जाता है. इसके साथ ही आपको कलरिंग पर भी ध्यान देने की जरुरत है. वीडियो में आपको हाथ-पैर कि मूवमेंट पर ज्यादा नजर देनी चाहिए।

इससे कैसे बचे

अगर आप चाहते है कि आपके साथ ऐसा कभी ना हो तो आपको सावधान रहने की जरुरत है. आप अपनी नीजी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडियो पर शेयर करने से बचें। क्योंकि अपराधी इन्हें  एआई की डीपफेक तकनीक  की मदद से एडिट कर आपको ब्लैकमेल कर सकते है. अपनी पर्सनल जानकारी कम से कम ही सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।