टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा की मौत को कंगना ने बताया हत्या, PM मोदी से महिलाओं को बचाने की अपील की

Rozanaspokesman

मनोरंजन, ट्रेंडिंग

इतनी छोटी उम्र एक्ट्रेस की आत्महत्या की खबर सुन बाॅलीवुड की क्वीन कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें वो देश के प्रधानमंत्री ...

Someone told the death of TV actress Tunisha Sharma as murder, appealed to PM Modi to save women

Mumbai : टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा की ने अपने धाकावाहिक के सेट पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इतनी छोटी उम्र एक्ट्रेस की आत्महत्या की खबर सुन सभी हैरान हो चुके हैं। बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री से जुड़े लोग इस मामले में सोशल मीडिया पर रिएक्शन देते हुए अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। तुनिषा शर्मा की मौत ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में खलबली मचा दी है। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ा धक्का है. पिछले कुछ सालों में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के कई जाने माने चहरो ने आत्महत्या की हैं.

 इतनी छोटी उम्र एक्ट्रेस की आत्महत्या की खबर सुन बाॅलीवुड की क्वीन कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है , जिसमें वो देश के प्रधानमंत्री से देश की महिलाओं को बचाने की अपील कर रही हैं.

'कंगना रनौत ने ऑफिशियल इंस्टाग्राम स्टोरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि पोलीगैमी यानी बहुविवाह और एसिड हमलों के खिलाफ महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए कानून बनाए जाएं।

कंगना ने लिखा, 'एक महिला प्यार, शादी, रिश्ते यहां तक​कि रिश्तेदार की कमी को भी सहन कर सकती है। लेकिन वो इस बात का सामना कभी नहीं कर सकती कि उसकी लव स्टोरी में प्यार नहीं था। दूसरे व्यक्ति के लिए उसका प्यार सिर्फ उस तक पहुंचने का आसान जरिया और उसका शोषण करना भर ही था। उसकी सच्चाई वो नहीं थी जो सामने वाले की थी, जो सिर्फ उसका शारीरिक और भावनात्मक रूप से इस्तेमाल और उसका दुरुपयोग कर रहा था। ऐसी स्थिति में जीने-मरने से कोई फर्क नहीं पड़ता। कृपया जान लें कि उसने ये अकेले नहीं किया है। ये मर्डर है।'

कंगना ने अगले पोस्ट में लिखा, 'मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध करती हूं, कि जैसे कृष्ण द्रौपदी के लिए उठे थे.. जैसे राम ने सीता के लिए एक खड़े हुए थे, हम आपसे सहमति के बिना बहुविवाह के खिलाफ मजबूत कानून बनाने की उम्मीद करते हैं। महिलाओं के खिलाफ एसिड हमले करने वाले को कई टुकड़ों में काट देना चाहिए। बिना मुकदमे के तत्काल मौत की सजा सुना देनी चाहिए।'