Fact Check: कानपुर की सड़क पर हो रहा "Moon Walk" ? जानिए वीडियो का असल सच

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो कानपुर का नहीं बल्कि बेंगलुरु का एक पुराना वीडियो है...

Fact Check Old video of Moon walk on Bengaluru street viral in the name of Kanpur

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर उतरने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में अंतरिक्ष यात्री का सूट पहने एक शख्स को उबड़-खाबड़ सड़क पर चलते देखा जा सकता है। इस वीडियो को कानपुर की खस्ताहाल सड़क बताकर यूपी के प्रशासन आलोचना की गई।

फेसबुक यूजर "चिर विपक्ष" ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "अपना कानपुर भी चांद से कम नहीं है"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो कानपुर का नहीं बल्कि बेंगलुरु का एक पुराना वीडियो है जो 2019 में चंद्रयान-2 के मिशन लांच के दौरान बनाया गया था।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल वीडियो 2019 का बेंगलुरु का है

हमें इस वीडियो को लेकर NDTV  की एक रिपोर्ट मिली। 3 सितंबर 2019 को प्रकाशित इस खबर का शीर्षक है, "Bengaluru, We Have A Problem: Artist Turns Astronaut To Reach Civic Body"

इस खबर में बताया गया कि बेंगलुरु के एक कलाकार बादल नंजुंदास्वामी ने खराब सड़कों को बेंगलुरु नगर निगम के ध्यान में लाने के लिए एक अलग तरीका अपनाया। अंतरिक्ष यात्री जैसा सूट पहनकर कलाकार ने बेंगलुरु की उबड़-खाबड़ सड़क पर मूनवॉक किया।

इस खबर में मूल ट्वीट साझा किया गया था। हमने बादल नंजुंदास्वामी के अकाउंट को स्कैन किया और पाया कि यह कलाकार पर्यावरण को लेकर ऐसे ही नए-नए तरीकों से लोगों तक पहुंच करता रहता है।

बता दें कि बादल नंजुंदास्वामी ने एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए स्पष्ट किया कि यह वीडियो उन्होंने 2019 में बनाया था और यह बेंगलुरु का है। कलाकार ने बताया कि यह वीडियो चंद्रयान-2 मिशन के दौरान बनाया गया था।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो कानपुर का नहीं बल्कि बेंगलुरु का एक पुराना वीडियो है जो 2019 में चंद्रयान-2 के मिशन लांच के दौरान बनाया गया था।