Fact Check: ट्रैन में अफवाह से मची थी अफरा तफरी, अब वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है और यह कोई हादसा नहीं बल्कि अफवाह के कारण हुई ...

Fact Check: Rumor created panic in train, video now viral with misleading claim

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पुल पर ट्रैन खड़ी देखी जा सकती है और ट्रैन में से लोग पुल पर ही उतरते देखे जा सकते हैं। अब वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक और रेल हादसा हो गया है जिसमें पता नहीं कितनी मौत हुई हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए वीडियो के स्थान की कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।

इंस्टाग्राम अकाउंट harshkushwah298 ने 30 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो के ऊपर लिखा हुआ है "एक और हादसा हो गया पता नहीं कितनो की जान गई"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है और यह कोई हादसा नहीं बल्कि अफवाह के कारण हुई एक मामूली घटना थी,  जब आग की अफवाह को लेकर ट्रैन को पुल पर रोकना पड़ गया था। रेलगाड़ी में आग नहीं लगी थी बल्कि किसी यात्री ने चेन खींच दी थी जिससे रेलगाड़ी के रूकने पर पहिये जाम हो गए और उनमें से धुआं निकलने लगा।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। इस वीडियो में "ankit_agarwal_ankit" नाम का वॉटरमार्क नज़र आ रहा है जिससे यह साबित होता है कि इस वीडियो का मूल स्रोत "ankit_agarwal_ankit" नाम का अकाउंट है।

हमने आगे बढ़ते हुए इस अकाउंट को खोजा और हमें मूल स्रोत वहां मिला। ये वीडियो वहां 7 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया था और लिखा गया था, "Trane me aag lag gai h ki thi tab"

यहाँ हमने मामले के सबंध में खोजना शुरू किया। हमें वहां एक यूज़र का कमेंट मिला जिसमें उसने बताया कि वह इस ट्रेन में मौजूद था। वहीं एक यूज़र ने इस ट्रैन को चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस का बताया।

अब हमने इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए कीवर्ड सर्च के जरिए खबरें ढूंढनी शुरू की। हमें 23 जुलाई 2023 की एक खबर मिली। इस खबर का शीर्षक था, "लखनऊ-चंडीगढ़ सद्भावना एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह"

इस खबर के अनुसार, "हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र के रायसी रेलवे स्टेशन के पास बाणगंगा पुल पर रविवार को एक रेलगाड़ी के रुकने के दौरान उसके पहियों से धुआं निकलने लगा जिससे उसमें आग लगने की अफवाह फैल गई। रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इससे दहशत में आए यात्री पुल पर ही उतरकर भागते हुए नजर आए। अधिकारियों ने बताया कि बाद में पता चला कि रेलगाड़ी में आग नहीं लगी थी बल्कि किसी यात्री ने चेन खींच दी थी जिससे रेलगाड़ी के रूकने पर पहिये जाम हो गए और उनमें से धुआं निकलने लगा।"

इस खबर से जानकारी लेते हुए हमने और खबरें ढूंढी। हमें इस मामले को लेकर Zee News की एक खबर मिली। इस खबर में वायरल वीडियो जैसे समान दृश्य का वीडियो साझा किया गया था।

खबर के अनुसार, "लक्सर के रायसी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में आग लगने की सूचना से अफरा तफरी मच गई। बाणगंगा नदी के पुल पर रुकी ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई। जान जोखिम में डालकर यात्री ट्रेन से उतरे और पुल के किनारे से जन बचाते हुए भागते हुए नजर आए। मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ से चलकर चंडीगढ़ जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस जैसे ही रायसी रेलवे स्टेशन के पास पहुंची तभी किसी ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी। चैन पुलिंग होते ही ट्रेन बाणगंगा नदी के ऊपर जाम हो गई और ट्रेन के ब्रेकों में से धुआं उठने लगा। धुएं को देखकर ट्रेन में सवार यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है। आग लगने की सूचना फैलते ही यात्रियों में अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई।"

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है और यह कोई हादसा नहीं बल्कि अफवाह के कारण हुई एक मामूली घटना थी जब आग की अफवाह को लेकर ट्रैन को पुल पर रोकना पड़ गया था। रेलगाड़ी में आग नहीं लगी थी बल्कि किसी यात्री ने चेन खींच दी थी जिससे रेलगाड़ी के रूकने पर पहिये जाम हो गए और उनमें से धुआं निकलने लगा।