एक ही फ़िलिस्तीनी लड़की को तीन अलग-अलग लोगों ने अलग-अलग जगहों से बचाया? नहीं, पढ़ें फ़ैक्ट चेक रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

ये तस्वीर सीरिया की है और साल 2016 की है।

Fact Check Old image of wounded Syrian girl child linked to Israel-Palestine war

RSFC (Team Mohali)- इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चल रही जंग ने भयानक रूप ले लिया है और हमास को खत्म करने के इजराइल के लक्ष्य का सामना फिलिस्तीन के आम लोगों को करना पड़ रहा है। इस युद्ध में 10 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस युद्ध के बीच फिलिस्तीन को लेकर कई झूठे दावे वायरल होते दिख रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर 3 तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। इस कोलाज में एक लड़की है जिसे तीन अलग-अलग लोग मलबे से बाहर निकाल रहे हैं। अब दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर फिलिस्तीन से सामने आई है जहां एक ही लड़की को अलग-अलग जगहों से अलग-अलग लोग बचाते हुए नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों का कोलाज वायरल कर फिलिस्तीन पर निशाना साधा जा रहा है और इस घटना को फर्जी बताया जा रहा है।

एक्स अकाउंट "हम लोग We The People" ने वायरल कोलाज शेयर करते हुए लिखा, "इस फ़िलिस्तीनी लड़की को 3 अलग-अलग स्थानों से 3 अलग-अलग लोगों ने 3 अलग-अलग दिनों में बचाया और सभी स्थान एक दूसरे से 50 किमी दूर हैं। आश्चर्य है कि वह विशेष रूप से संघर्ष क्षेत्र में इतनी दूर यात्रा क्यों करती रहती है?"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर का इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है। ये तस्वीर सीरिया की है और साल 2016 की है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने इन तस्वीरों को रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल तस्वीरें सीरिया की हैं

हमें एबीसी न्यूज द्वारा 13 सितंबर 2016 को साझा की गई वायरल एक तस्वीर मिली। इस तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन लिखा गया, "A Syrian man carries a wounded child in the Maadi district of eastern Aleppo after regime aircraft reportedly dropped explosive-packed barrel bombs on Aug. 27, 2016. Ameer Alhalbi/AFP/Getty Images"

मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर 27 अगस्त 2016 की है, जब एक सीरियाई शख्स एक घायल लड़की को मलबे से बाहर निकाल रहा है। आपको बता दें कि यह तस्वीर सीरिया के मैडी जिले की बताई जा रही है जब विमान द्वारा इमारतों पर बमबारी की गई थी।

इस तस्वीर को एएफपी के फोटो जर्नलिस्ट आमिर अलहल्बी के हवाले से साझा किया गया है।

अब इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के जरिए इस मामले से जुड़ी तस्वीरें ढूंढनी शुरू कीं। आपको बता दें कि ये सभी तस्वीरें हमें Getty Images नाम की इमेज स्टॉक वेबसाइट पर शेयर हुई मिलीं।

आपको बता दें कि ये सभी वायरल तस्वीरें एएफपी के फोटो जर्नलिस्ट आमिर अलहल्बी ने खींची थीं और ये तस्वीरें सीरिया के दक्षिण अलेप्पो के माडी जिले की थीं, जब 27 अगस्त 2016 को विमान द्वारा की गई बमबारी में इमारतें नष्ट हो गई थीं और 15 लोगों की जान चली गई थी।

इन तस्वीरों को यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।

साफ था कि इन तस्वीरों का इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर का इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है। ये तस्वीर सीरिया की है और साल 2016 की है।