Fact Check: मस्जिद में बैठे निहंग सिंह के वायरल वीडियो का हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं, Fact Check रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

मिडिया हॉउस सुदर्शन न्यूज़ ने भी इस वायरल वीडियो को हालिया बताया .

Fact Check Old Video Of Nihang Singh Offering Namaz Viral Linked With Ongoing Farmers Protest News In Hindi

Claim

RSFC (Team Mohali)-  किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं। अब ऐसा ही एक वीडियो वायरल कर धार्मिक नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। वायरल वीडियो में निहंग सिंह को एक मस्जिद के अंदर झुकते हुए देखा जा सकता है। अब इस वीडियो को हालिया बताकर वायरल किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन में शामिल निहंग सिंह मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ते हैं। दावा किया जा रहा है कि आंदोलन में शामिल ये निहंग सिंह असली नहीं हैं।

मिडिया हॉउस सुदर्शन न्यूज़ ने भी इस वायरल वीडियो को हालिया बताया और अपनी Youtube रिपोर्ट का शीर्षक दिया, "किसान आंदोलन में बड़ी संख्या मस्जिद में नमाज पढ़ते नजर आए निहंग सिख"

स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं है और इसका हालिया किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है।

Verification

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और मामले पर कीवर्ड सर्च किया।

"वायरल वीडियो पुराना है"

हमें यह वीडियो कई पुरानी पोस्ट में शेयर किया हुआ मिला। सबसे पुरानी पोस्ट हमें अगस्त 2021 की मिली और कई पोस्ट में इस वीडियो को अहमदगढ़ मंडी की एक मस्जिद का बताया गया।

फेसबुक यूजर  "Lakha Mehraj" ने 2 अगस्त 2021 को यह वायरल वीडियो शेयर किया और लिखा, "अहमदगढ़ मंडी नमाज पढ़ते हुए 3 निहंग सिंह भाई माशाअल्लाह अवल अल्लाह नूर उपाय साब कुदरत के सब बंदे एक नूर ते सब जग उपज्या कौन भले कौन मंदे।" "

Location Verification

अब हमने आगे इस वीडियो की लोकेशन को वेरिफाई करना शुरू किया। हमने यूट्यूब पर इस मस्जिद से जुड़े कीवर्ड सर्च किए और हमें मस्जिद के अंदरूनी हिस्से को दिखाने वाले कई वीडियो मिले। 23 जनवरी 2020 को यूट्यूब पर "ज्वाइंट एक्शन कमेटी अहमदगढ़" अकाउंट द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में मस्जिद के अंदरूनी हिस्से को देखा जा सकता है।

हमने इस वीडियो और वायरल वीडियो का एक कोलाज बनाया जो मस्जिद के अंदर के दृश्यों की पुष्टि करता है।

इस मामले पर हमने रोज़ाना स्पोक्समैन के मलेरकोटला प्रभारी रिपोर्टर परमजीत सिंह से भी बात की। उन्होंने वायरल वीडियो को पुराना बताया और पुष्टि की कि यह वीडियो मलेरकोटला के अहमदगढ़ की एक मस्जिद का है।

रोज़ाना स्पोक्समैन आधिकारिक तौर पर इस वीडियो की तारीख की पुष्टि नहीं करता है लेकिन पुष्टि करता है कि वायरल वीडियो 2021 से इंटरनेट पर है और यह वीडियो मलेरकोटला जिले के अहमदगढ़ की एक मस्जिद का है जो अब भ्रामक दावों के साथ वायरल हो रहा है।

Conclusion

स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं है और इसका हालिया किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है। वायरल वीडियो 2021 से इंटरनेट पर है और यह वीडियो मलेरकोटला जिले के अहमदगढ़ की एक मस्जिद का है जिसे अब भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

Our Sources:

Post Of Facebook User Lakha Mehraj Dated 2 August 2021

Youtube Video Of Account "joint action committee Ahmedgarh" Dated 20 January 2020

Physical Verification Quote Over Phone Call By Rozana Spokesman Malerkotla District Incharge Paramjit Singh 

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