Fact Check: धार्मिक एकता भंग करने का प्रयास, जानें मुस्लिम लड़के के माथे पर लिखे गए जय भोलेनाथ मामले का सल सच

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। इस वीडियो में कोई सामुदायिक एंगल नहीं है।

Fact Check: Attempt to break religious unity, know the truth of Jai Bholenath case written on the forehead of a Muslim boy

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के बरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक हिंदू व्यक्ति ने मुस्लिम लड़के के माथे पर गर्म उपकरण से "जय भोलेनाथ" लिख दिया। इस वीडियो को वायरल करते हुए धार्मिक नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है।

एक्स अकाउंट Ram Gupta (AAP) आपका राम गुप्ता ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''अगर यही सनातन धर्म की पहचान है तो इसे तत्काल दफना देना ही उचित होगा मनुष्यता के जीवनोत्थान हेतु। युवक के माथे पर दाग दिया “जय भोलेनाथ” यूपी के बरेली में मानसिक रूप से कमजोर दानिश के माथे पर औजार गर्म करके जय भोलेनाथ लिखने का आरोप, परिजनों का हंगामा।"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। इस वीडियो में कोई सामुदायिक एंगल नहीं है। यूपी पुलिस ने हमारे साथ बात करते हुए सारी जानकारी साझा की है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो के बारे में खबरें ढूंढनी शुरू की। हमें इस मामले के संबंध में कई रिपोर्टें मिलीं।

जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, ''यूपी के बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही समुदाय के एक व्यक्ति ने अपने मंदबुद्धि भाई के माथे पर 'जय भोलेनाथ' लिख दिया। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में गुस्से का माहौल है और चूँकि, सोशल मीडिया पर इस मामले को सांप्रदायिक रंग दिया जा सकता है इसलिए पुलिस प्रशासन मामले की जांच में जुट गई है।"

क्योंकि मामले को यूपी के बरेली स्थित प्रेमनगर पुलिस स्टेशन थाना क्षेत्र का बताया गया, इसलिए हमने मामले के संबंध में पुलिस स्टेशन संपर्क किया। हमारे साथ बात करते हुए, पुलिस स्टेशन इंस्पेक्टर राजेश ने कहा, "यह मामला 6 सितंबर 2023 से 9 दिन पहले का है जब एक ही समुदाय और परिवार में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने भाई के माथे पर मार्कर से "जय भोलेनाथ" लिखा था।"

राजेश ने आगे कहा, "इस मामले को लेकर सबसे पहले युवक की मामी ने शोर मचाया और हम मौके पर पहुंचे। बाद में थाने पहुंचने के बाद युवक की मां ने एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया और हमने उनसे यह बात लिखित दर्ज करवाई। इस मामले में आरोपी शादाब जो PWD में जूनियर इंजीनियर है।''

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सांप्रदायिक दावों का खंडन करते हुए पुलिसकर्मी ने कहा, ''सोशल मीडिया पर कोई भी कुछ भी लिख देता है, हालांकि हम पूरी जांच कर रहे हैं और मामले पर कड़ी नजर रख रहे हैं, ताकि दंगे आदि जैसी कोई घटना न हो।''

आपको बता दें कि इस मामले को लेकर हमें यूपी पुलिस का एक ट्वीट भी मिला जिसमें उन्होंने वायरल मामले के बारे में जानकारी दी थी।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया है। इस वीडियो में कोई सामुदायिक एंगल नहीं है। यूपी पुलिस ने हमारे साथ बात करते हुए कहा कि मामला एक ही समुदाय के दो भाइयों का है और पीड़िता की मां के मना करने के बाद एफआईआर न दर्ज कर समझौता कर लिया गया था।