Fact Check Today: लड़की की हत्त्या का यह वीडियो मणिपुर हिंसा से संबंधित नहीं है, Fact Check रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

वायरल वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो म्यांमार का पुराना वीडियो है.

Old video of girl murder in Myanmar viral in the name of Manipur Violence Fact Check Report

Claim

सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सेना के कुछ जवान एक लड़की को बेरहमी से मारते और उसकी हत्त्या करते नजर आ रहे हैं। अब दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो मणिपुर हिंसा से जुड़ा है। इस वीडियो को वायरल कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।

X अकाउंट "Amritpal Singh" ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "सुप्रीम कोर्ट मणिपुर संघर्ष का सबूत चाहता है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस वीडियो को 48 घंटे के भीतर वायरल कर दें, कृपया इसे सभी के साथ साझा करें।"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो म्यांमार का पुराना वीडियो है जिसे भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

Investigation

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले और उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

"वायरल वीडियो पुराना है और म्यांमार का है"

हमें यह वीडियो  reeleak.com नाम की वेबसाइट पर 9 दिसंबर 2022 का साझा मिला। इस वीडियो को शेयर करते हुए म्यांमार का बताया गया और कैप्शन दिया गया, "Warning - Cruel Punishment In Myanmar"

अब इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने मामले को लेकर कीवर्ड सर्च किया तो हमें इस वीडियो को लेकर कई आधिकारिक रिपोर्ट मिली। elevenmyanmar.com ने 3 दिसंबर 2022 को खबर साझा करते हुए टाइटल लिखा, "A young woman beaten, shot dead, and was forced to make a confession that she was a “military informant,” according to a video circulating on social media"

यहां मिली जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक लड़की से जबरन 'सैन्य मुखबिर (जासूस)' कबूल कराने के बाद उसकी हत्या कर दी जाती है। आपको बता दें कि इस खबर में इस महिला के नाम के बारे में कोई खास जानकारी साझा नहीं की गई है।

आपको बता दें कि ये वीडियो जून 2023 में भी समान दावे के साथ वायरल हुआ था। उस समय की हमारी पड़ताल रिपोर्ट पंजाबी में यहां क्लिक करके पढ़ी जा सकती है।

Conclusion

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो म्यांमार का पुराना वीडियो है जिसे भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

Result- Misleading

Our Sources

News Article Of reeleak.com Published On 9 December 2022

News Article Of elevenmyanmar.com Published On 3 December 2022

किसी खबर पर संदेह? हमें भेजें हम उसका Fact Check करेंगे... हमें "9560527702" पर व्हाट्सएप करें या हमें पर ई-मेल करें।