Fact Check: दिवाली के जश्न के बाद दीयों से तेल भरती गरीब लड़की की यह तस्वीर 2019 की है

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2019 की है।

Fact Check Old image of girl carrying oil from diwali lamps shared as recent

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक लड़की दीयों से बोतल में तेल भरती नजर आ रही है। यूजर्स इस तस्वीर को हालिया बताकर वायरल कर रहे हैं।

फेसबुक यूजर "गुरमीत आरिफ" ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "यह उस देश की तस्वीर है जो विश्व गुरु बनने की दौड़ में है। यहां के ज्यादातर लोग आज दिवाली के दीयों से चुराए गए तेल से अपने घरों के चूल्हे जलाएंगे।" नंगे पैर, भूखे पेट, इन बच्चों के रौनक से भरे चेहरे कहते हैं कि काश हर दिन दिवाली होती। आप सभी को भी दिवाली की शुभकामनाएं।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2019 की है। अब फिर पुरानी तस्वीर वायरल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल तस्वीर 2019 की है

हमें साल 2019 में शेयर की गई वायरल तस्वीर मिली। एक्स यूजर "राजेश लिलोथिया" ने 31 अक्टूबर 2019 को शेयर करते हुए लिखा था, "साढ़े पाँच लाख दियों को जलाने के लिये 20,000 लीटर तेल इस्तेमाल किया गया, इस इवेंट का टोटल खर्चा आया 133 करोड़, और उसी इवेंट के बाद देखिए एक डरी सहमी सी भूखी लड़की उन दियों में बचे तेल को समेटते हुए. क्या भगवान श्रीराम ने ऐसे राम राज्य की कल्पना की थी?।"

ऐसे ही हमें इस लड़की का वीडियो अपलोड मिला। एक्स यूजर "मिनी मुवेल" ने इस वीडियो को 30 अक्टूबर 2019 को शेयर किया था और लिखा था, "133 करोड़ की दीवाली का दिवाला निकाल दिया इस लड़की ने ,सच यही है देश का गिनीज बुक वाले अंधे को ये बात लिखनी चाहिए कि देश मे गरीबो की कीमत नही है लेकिन 133 करोड़ का नाटक जरूर करना है देश की जनता को नोटंकी में जीना ही पसंद है।"

मतलब साफ था कि वायरल तस्वीर हालिया नहीं बल्कि साल 2019 की है।

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि 2019 की है। अब फिर पुरानी तस्वीर वायरल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।