Fact Check: टोल टैक्स को लेकर हुए विवाद का पुराना वीडियो हालिया बता , किया जा रहा वायरल

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है। अब पुराने वीडियो को हालिया बता कर वायरल...

Fact Check: Old video of dispute over toll tax is being viral as recent

सोशल मीडिया पर CCTV कैमरे की फ़ुटेज वायरल हो रही है जिसमें एक व्यक्ति को टोल टैक्स देने से बचता देखा जा सकता है। अब दावा किया जा रहा है कि एक जज अपना रुतबा दिखाते हुए टोल टैक्स देने से बच रहा है। इस वीडियो में टोल प्लाजा कर्मचारी क़ानून और नियमों का पाठ पढ़ाते सुनाई दे रहा है। इस वीडियो को हाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है। अब पुराने वीडियो को हालिया बता कर वायरल किया जा रहा है।

वायरल पोस्ट

फ़ेसबुक यूज़र Chatha Sanjeev ने 5 नवंबर 2022 को वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "ਟੋਲ ਪਲਾਜ਼ਾ ਵਾਲਿਆਂ ਨੇ ਕੀਤਾ ਕਮਾਲ, ਜੱਜ ਸਾਹਿਬ ਨੂੰ ਪੜ੍ਹਾਇਆ ਇਨਸਾਫ਼ ਦਾ ਸਬਕ, 80 ਰੁਪਏ 'ਚ ਜੱਜ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਹਾਲਤ ਖਰਾਬ, ਹਰ ਗੱਲ ਕਮਾਲ ਦੀ"

इस पोस्ट को नीचे क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस फुटेज को ध्यान से देखा। इस वीडियो में CCTV फ़ुटेज की तारीख़ 5 सितंबर 2020 लिखी हुई है। इस से यह तो साफ़ हुआ कि वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं है।

आगे बढ़ते हुए हमने कीवर्ड सर्च के जरिए मामले को लेकर खबरें ढूंढनी शुरू की। हमें इस मामले को लेकर साल 2021 की प्रकाशित कई खबरें मिली। ABP Live के द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मामला उत्तर प्रदेश में बरेली और मुरादाबाद के बीच में पड़ते एक टोल प्लाजा का है।

रिपोर्ट के अनुसार, "जैसे ही वाहन टोल प्लाजा पर रुकता है, चालक अपना पहचान पत्र प्लाजा पर बूथ संचालक को सौंप देता है। संचालक उसे सूचित करता है कि वह भुगतान छूट के लिए पात्र नहीं है। कब्जाधारी तब कॉल करता है। सुपरवाइजर।" और आईडी चेक करता है। उसके बाद टोल मैनेजर वहां आता है और कार के अंदर मौजूद व्यक्ति उसे बताता है कि वह एडीजे है लेकिन फिर भी टोल मैनेजर ने टोल टैक्स चुकाए बिना उन्हें जाने से मना कर दिया। नियमों का हवाला देते हुए, टोल मैनेजर का कहना है कि हाई कोर्ट के जज को टोल टैक्स देने से छूट है, लेकिन आप जिला जज की कोर्ट में हैं, इसलिए आपको 80 रुपये टोल टैक्स देना होगा।

इसी तरह नवभारत टाइम्स द्वारा 16 मार्च 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि ये वीडियो मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले का है।

 हमें इस मामले को लेकर आज तक के चैनल क्राइम तक की इस मामले को वीडियो रिपोर्ट मिली जिसमें इस टोल प्लाजा के मैनेजर की बाइट थी। इसके अनुसार यह मामला ग्वालियर का है। 

रोज़ाना स्पोक्समैन इस वीडियो की असल जगह के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है पर इस बात की पुष्टि करता है कि यह वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है। अब पुराने वीडियो को हालिया बता कर वायरल किया जा रहा है।