Fact Check: हिंदुओं पर अत्याचार का कोई मुद्दा नहीं, वीडियो सबरीमाला मेले में गुम हुए बच्चे का है- फैक्ट चेक रिपोर्ट

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो सबरीमाला मेले में खोए हुए एक बच्चे का है, जिसे फर्जी सांप्रदायिक रंग ...

Fact Check Video of child seeking help to find his father viral with fake communal claim

आरएसएफसी (टीम मोहाली) - सोशल मीडिया पर बस में बैठे एक बच्चे का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बच्चे को बस की खिड़की पर आकर रोते-चिल्लाते देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि ये मामला केरल से सामने आया है जहां एक हिंदू बच्चे को धर्म को पेश करने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस वीडियो को वायरल कर धार्मिक भाईचारे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

ट्विटर अकाउंट राजू नेशनलिस्ट NBD.RBL ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "वे गाजा के बच्चों को दिखाएंगे, वे सीरिया के बच्चों को दिखाएंगे लेकिन वे यह नहीं दिखाएंगे कि भारत के केरल में हिंदू बच्चे के साथ उसके धर्म का पालन करने पर कैसा व्यवहार किया जा रहा है.. अगर ये बच्चा किसी और मज़हब से होता तो पूरी दुनिया में हाहाकार मच गया होता..."

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो सबरीमाला मेले में खोए हुए एक बच्चे का है, जिसे फर्जी सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। हमने पाया कि इस वीडियो के अंत में Asianet Newsable का लोगो दिखाई देता है। हमने यह भी पाया कि वीडियो में बच्चा अप्पा चिल्ला रहा है, जो दक्षिण भाषा में पिता के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए हमने इस मामले पर कीवर्ड सर्च किया।

वायरल दावा फर्जी है

हमें यह असली वीडियो Asianet Newsable के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर शेयर हुआ मिला। वीडियो को शेयर कर कैप्शन लिखा गया था, "Sabarimala rush: Heart-wrenching video of crying child seeking help to find his father emerges"

वीडियो के साथ जानकारी दी गई, ''पिछले पांच दिनों से सबरीमाला में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। भारी भीड़ के कारण कई तीर्थयात्री सबरीमाला मंदिर और भगवान अयप्पा के दर्शन किए बिना ही पंडालम से लौट रहे हैं। इस बीच, सबरीमाला से एक रोते हुए बच्चे का वीडियो सामने आया है जो रास्ता भूल गया था। फुटेज में बच्चे को अपने पिता की तलाश करते हुए दिखाया गया है जो नीलक्कल में भीड़ में खो गया था।'

इस सर्च के दौरान, हमें कई मीडिया रिपोर्टें भी मिलीं जिनमें केरल पुलिस कर्मियों ने बयान देकर वायरल दावे का खंडन कर स्पष्ट किया था कि वीडियो सबरीमाला मेले में एक लापता बच्चे का है।

इस जानकारी से साफ है कि मामला मेले में एक बच्चे के खो जाने का है, जिसे फर्जी सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है.

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो सबरीमाला मेले में खोए हुए एक बच्चे का है, जिसे फर्जी सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।