फर्जी खबरों से बचें: यह वायरल वीडियो श्रीनगर में किसी आतंकी की गिरफ्तारी का नहीं

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया।

Fact Check Old video from brazil revived with fake claim

आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर फिर से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी को एक बाइक सवार को मारते-पीटते देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो श्रीनगर का है जहां एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि जिस पुलिसकर्मी ने ये बहादुरी भरा काम किया है वो कमांडो दिलप्रीत सिंह हैं।

ट्विटर अकाउंट "Sarita Kaushik" ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "कश्मीर के श्री नगर में पकड़ा गया आतंकी...!! नमन है कमांडो दिलप्रीत सिंह को जिन्होंने  बड़ी बहादुरी से आतंकवादी को अपने कपड़ों में छिपे हथियार को बाहर निकालने का समय दिए बिना उसकी छाती पर लात मारी।  ???????? जय हिन्द.. जय हिन्द की सेना।"

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। ये वायरल वीडियो श्रीनगर का नहीं बल्कि ब्राजील का है। अब ब्राजील का एक पुराना वीडियो गलत दावों के साथ वायरल हो रहा है।

स्पोक्समैन की पड़ताल;

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर सर्च किया।

वायरल वीडियो पुराना है और ब्राजील का है...

सर्च के दौरान हमें यह वीडियो "RICtv Oeste" के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर मिला। यह चैनल ब्राज़ीलियाई मीडिया चैनल है और इस वीडियो को पुर्तगाली कैप्शन के साथ अपलोड किया गया है, "Motociclista que fugiu de abordagem é preso pela polícia militar em pérola"

खबरों के मुताबिक, मामला ब्राजील के परोला शहर का है, जहां भाग रहे बाइकर को पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार कर लिया। इस वीडियो को यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।

इस मामले को लेकर हमें कई खबरें मिलीं जिनमें इस वीडियो को ब्राजील का बताया गया। मतलब साफ हो गया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि ब्राजील का है।

आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब यह वीडियो ऐसे ही दावों के साथ वायरल हुआ है। यह वीडियो पहले भी कई बार वायरल हो चुका है और स्पोक्समैन ने पहले भी इसकी जांच की थी।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को भ्रामक पाया। ये वायरल वीडियो श्रीनगर का नहीं बल्कि ब्राजील का है। अब ब्राजील का एक पुराना वीडियो गलत दावों के साथ वायरल हो रहा है।