पानी पी रहे फिलिस्तीनी बच्चों पर इजराइल ने की बमबारी? नहीं, वायरल वीडियो सूडान का है

Rozanaspokesman

फेक्ट चैक

यह वायरल वीडियो सूडान का है और इसका इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

Fact Check Video of Sudanese army strike on RSF viral linked to Israel-Palestine war

आरएसएफसी (टीम मोहाली) - इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि भूख-प्यास से परेशान फिलिस्तीन-गाजा के बच्चे जब पानी पीने के लिए पानी की टंकी पर आए तो उन पर इजराइल ने बम से हमला कर दिया। 

फेसबुक यूजर 'परमिंदर सिंह ढिल्लन' ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि भूख-प्यास से परेशान फिलिस्तीन-गाजा के बच्चे जब पानी पीने के लिए पानी की टंकी पर आए तो उन पर इजराइल ने बम से हमला कर दिया।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को भ्रामक पाया है। यह वायरल वीडियो सूडान का है और इसका इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उनपर रिवर्स इमेज सर्च किया।

वायरल वीडियो सूडान का है

इस मामले को लेकर हमें कई ट्वीट्स मिले जिनमें इस वीडियो को सूडान का बताया गया। आधिकारिक एक्स अकाउंट Clash Report ने वायरल वीडियो को शेयर किया और दावा किया कि "सूडान सेना ने आरएसएफ बलों ड्रोन से हमला किया।"

यहां उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो सूडान का है जहां सूडानी सेना ने आरएसएफ फोर्स पर हमला कर दिया था।

इस जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के जरिए और खबरें तलाशनी शुरू कीं। हमें अल-जज़ीरा सूडान से एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार, "सूडानी सेना के एक मार्च ने खार्तूम में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के एक ईंधन टैंकर पर बमबारी की।"

इस जानकारी को लीड मानकर हमने गूगल अर्थ पर ऐसी ही जगहों की तलाश शुरू की। आपको बता दें कि हमें समान लोकेशन मिली जिससे साफ हुआ कि यह वीडियो फिलिस्तीन का नहीं बल्कि सूडान का है। नीचे दिए गए कोलाज में आप वायरल वीडियो पर हमारे Google Earth खोज परिणाम देख सकते हैं।

"सूडान हिंसा"

देश के दो सबसे शक्तिशाली जनरलों, सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान और आरएसएफ कमांडर मोहम्मद हमदान डागालो, जिन्हें 'हेमेदाती' के नाम से जाना जाता है, एक-दूसरे के खिलाफ आमने-सामने हो गए, जिससे दारफुर और सूडान की राजधानी खार्तूम में संघर्ष छिड़ गया। सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच युद्ध सातवें महीने में प्रवेश कर गया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, संघर्ष के दौरान अनुमानित 9,000 लोग मारे गए हैं और अन्य 5.6 मिलियन लोग अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने एक बयान में कहा, "आधे साल के युद्ध ने सूडान को हाल के इतिहास में सबसे खराब मानवीय दुःस्वप्नों में से एक में डाल दिया है।"

निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल वीडियो को भ्रामक पाया है। यह वायरल वीडियो सूडान का है और इसका इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध से कोई लेना-देना नहीं है।