किसान आंदोलन को लेकर सुखबीर सिंह बादल ने नहीं दिया ये बयान, फर्जी कटिंग वायरल

फेक्ट चैक

किसानों के संघर्ष को लेकर सुखबीर सिंह बादल की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है और अजीत अखबार ने भी इस कटिंग को फर्जी बताया है.

Fact Check: Fake News Cutting Viral In Name Of Sukhbir Badal Opposing Farmers Protest

किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई फर्जी और भ्रामक दावे वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक दावा एक न्यूज क्लिपिंग के रूप में वायरल हो रहा है। इस कटिंग की मदद से दावा किया जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने किसान आंदोलन के खिलाफ बयान दिया है और कहा है कि यह आंदोलन अकाली दल की पंजाब बचाओ यात्रा को विफल करने के लिए बनाया गया है। इस कटिंग में पंजाब के मशहूर अखबार अजीत का लोगों देखा जा सकता है।

फेसबुक यूजर "गुरतेज सिंह ढिल्लों" ने वायरल कटिंग शेयर करते हुए लिखा, "अगर किसान इतने बुरे लगते है तो मोदी से कहो कि उन्हें **** "।

रोजाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया। किसानों के संघर्ष को लेकर सुखबीर सिंह बादल की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है और अजीत अखबार ने भी इस कटिंग को फर्जी बताया है।

स्पोक्समैन की पड़ताल 

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले कीवर्ड सर्च के जरिए मामले से जुड़ी खबरें खोजनी शुरू कीं। आपको बता दें कि इस तरह के बयान को लेकर हमें कोई आधिकारिक खबर नहीं मिली है।

अब हम अजीत अखबार के सोशल मीडिया अकाउंट की ओर आगे बढ़े। बता दें कि अजीत अखबार ने 16 फरवरी 2024 को फेसबुक पर इस कटिंग को फर्जी बताते हुए एक स्पष्टीकरण साझा किया था। अजीत ने सफाई देते हुए लिखा, 'अजीत' के नाम पर फैलाई जा रही ये खबर झूठी है।

अब हमने अंतिम पुष्टि के लिए शिरोमणि अकाली दल के वकील और मुख्य प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर से बात की। अर्शदीप ने इस फर्जी ग्राफिक को लेकर शिरोमणि अकाली दल द्वारा दायर की गई रिपोर्ट की पीडीएफ हमारे साथ साझा की। इस पीडीएफ से साफ है कि अकाली दल ने भी इस ग्राफिक को लेकर स्पष्टीकरण साझा किया है की ये एक फर्जी दावा है।

नतीजा- रोजाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है। किसानों के संघर्ष को लेकर सुखबीर सिंह बादल की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है और अजीत अखबार ने भी इस कटिंग को फर्जी बताया है।