फर्जी खबरों से बचें: 500 रुपए पर स्टार छपा नोट लीगल टेंडर ही है

Rozanaspokesman

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को फ़र्ज़ी पाया है। वायरल दावे को लेकर आरबीआई ने खुद स्पष्टीकरण दिया है।

Fake claim viral regarding 500 rs star series notes

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर 500 रुपये के नोट की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि भारतीय बाजारों में 500 रुपये का एक नकली नोट आया है जिसके ऊपर "*" चिन्ह छपा हुआ है।

फेसबुक यूजर सत्येन्द्र सिंह करसोल ने इस वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "500 के नोट को हमेशा देख कर ले ???? क्योंकि नक़ली नोट आ गये है आपको पता भीं नही होगा की नोट मैं क्या अलग है ????????"

इसी तरह कई यूजर्स इस दावे को वायरल कर रहे हैं। ऐसे ही कुछ पोस्ट ">यहां और ">यहां क्लिक कर देखे जा सकते हैं।

रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को फ़र्ज़ी पाया है। वायरल दावे को लेकर आरबीआई ने खुद स्पष्टीकरण दिया है।

स्पोक्समैन की पड़ताल

पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले कीवर्ड सर्च के जरिए इस दावे से जुड़ी खबरें ढूंढनी शुरू कीं।

वायरल दावा फर्जी है

हमें आरबीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल "@RBI" से वायरल दावे के संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति मिली। आरबीआई ने वायरल दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।

आरबीआई ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा अफवाह है और ''*'' वाले 500 रुपये के नोट पूरी तरह से वैध मुद्रा हैं। इस प्रेस विज्ञप्ति का स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है।

 

जारी की गई इस प्रेस विज्ञप्ति में नोट्स के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब का एक लिंक भी साझा किया गया, जिसमें तारांकित/तारांकित नोट्स के बारे में जानकारी दी गई थी।

यहां उपलब्ध जानकारी के अनुसार, "भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अगस्त 2006 तक जारी बैंक नोटों में क्रमांक दिए जाते थे। इसमें से प्रत्येक बैंकनोट में एक संख्या अथवा अक्षर/रों से प्रारंभ होने वाला विशिष्ट क्रमांक दिया जाता था। इन बैंक नोटों को 100 नगों के पैकेट के रूप में जारी किया जाता है।

क्रमांक दर्शाने वाले 100 नगों वाले पैकेट में दोषपूर्ण मुद्रण वाले बैंकनोटों को प्रतिस्‍थापित करने के लिए बैंक ने “सितारा शृंखला/स्‍टार सीरीज” वाली संख्‍यांकन प्रणाली को अपनाया । सितारा शृंखला/स्‍टार सीरीज वाले बैंकनोट अन्य बैंक नोटों के एकदम समान होते हैं, लेकिन एक अतिरिक्त संकेताक्षर, नामत: शुरुआती अक्षर के बीच के स्थान में संख्या पैनल में एक *(सितारा/स्टार) अंकित होता है।"

इस लिंक को यहां क्लिक कर खोला जा सकता है.

आपको बता दें कि सर्च के दौरान हमें 500 के नोटों पर ''*'' चिन्ह के बारे में दिसंबर 2016 की एक प्रेस विज्ञप्ति मिली। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ''भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही महात्मा गांधी (नई) सीरीज में नोट जारी करेगा, जिसके दोनों नंबर पैनल में इनसट लेटर 'ई' होगा और इस पर आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर होंगे। इन नोटों को छापने का साल होगा 2016 और इस नोट के पिछले हिस्से पर स्वच्छ भारत का लोगो होगा।

विज्ञप्ति में कहा गया है, "इनमें से कुछ नोटों के शुरुआती अक्षर और संख्या के बीच '' का एक अतिरिक्त प्रतीक होगा।" ऐसे नोटों वाले पैकेट में 100 नोट होंगे, लेकिन व्यवस्थित नहीं होंगे। इसमें कहा गया है कि '' चिह्न वाले 500 रुपये के नोट पहली बार इस्तेमाल किए जा रहे हैं, क्योंकि इस चिह्न वाले अन्य नोट यानी 10, 20, 50 और 100 रुपये के नोट पहले से ही प्रचलन में हैं। महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला के सभी नोट 8 नवंबर, 2016 को जारी किए गए हैं और कानूनी निविदा भी होंगे।"

मतलब साफ था कि 500 ​​के ये स्टार प्रिंट वाले नोट लीगल टेंडर हैं।

नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी जांच में वायरल दावे को फ़र्ज़ी पाया है। वायरल दावे को लेकर आरबीआई ने खुद स्पष्टीकरण दिया है। 500 के ये स्टार मुद्रित नोट वैध मुद्रा हैं।