सैमसंग इंडिया ने अपनी युवा शिक्षा और इन्नोवेशन प्रतियोगिता सॉल्व फॉर टुमॉरो 2023 की शीर्ष तीन विजेता टीमों की घोषणा की

Rozanaspokesman

गैजेट्स - ऑटो

विजेता टीमों को एक सर्टिफकिेट और एक ट्रॉफी से भी सम्मानित किया गया, जो इन्नोवेशन की भावना से प्रेरित है, जो प्रोग्राम का प्रतीक भी है.

photo

पटना, 12 अक्टूबर 2023: सैमसंग इंडिया ने अपनी युवा शिक्षा और इन्नोवेशन प्रतियोगिता सॉल्व फॉर टुमारो 2023 की शीर्ष तीन विजेता टीमों की घोषणा की। विजेता टीमों में एनआईटी सूरत, जिसने स्वीप नामक के ऑटोमेटेड बीच-क्लीनिंग रोबोट विकसित किया, स्टेमली, जिसने महिलाओं को स्टेम का चुनाव करने में मदद के लिए एक बातचीत करने वाला एआई टूल विकसित किया, और थिंक, जिसने बाहर काम करने वालों के लिए कवच नाम का एक पर्सनल कूलिंग डिवाइस बनाया है, शामिल हैं। तीनों टीमों ने अपने आइडिया को और बेहतर बनाने और उन्हें वास्तविकता में बदलने के लिए 1.5 करोड़ रुपए की कुल पुरस्कार राशि हासिल की।

विजेताओं को ट्रॉफी और पुरस्कार राशि प्रदान करते हुए, श्री जेबी पार्क, प्रेसिडेंट और सीईओ, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, युवाओं में लीक से हटकर सोचने और जीवन में इन्नोवेशन लाने की शक्ति होती है। सैमसंग सॉल्व फॉर टुमारो इस सोच को पोषित करने का एक मंच है और हमें यह देखकर बेहद गर्व है कि युवा इन्नोवेटर्स के भीतर दुनिया को बदलने और लोगों के जीवन में बदलाव लाने की महत्वाकांक्षा है। मैं सॉल्व फॉर टुमारो 2023 के सभी विजेताओं को बधाई देता हूं और उन्हें आगे की रोमांचक यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। सैमसंग में, हमारा यह मानना है कि प्रत्येक युवा इन्नोवेटर्स भारत की विकास कहानी में महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता रखता है। 

प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमारो का लक्ष्य देश के युवाओं को वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने और अपने इन्नोवेटिव आइडिया के साथ लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए सशक्त बनाना है।

विजेता टीमों को एक सर्टिफकिेट और एक ट्रॉफी से भी सम्मानित किया गया, जो इन्नोवेशन की भावना से प्रेरित है, जो प्रोग्राम का प्रतीक भी है। शीर्ष 10 टीमों के सभी सदस्यों को सैमसंग, आईआईटी दिल्ली और एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब की ओर से एक सर्टिफकिेट प्रदान किया गया। उन्हें सैमसंग का नया फ्लैगशिप गैलेक्सी जेड फ्लिप5 स्मार्टफोन और 100000 रुपए का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।

एनआईटी सूरत की अदिति तापड़िया, हर्षिल मिस्त्री और वैभव गुप्ता ने स्वीप नाम का एक ऑटोमेटेड रोबोट पेश किया, जो समुद्र तटों से कचरे को साफ करता है। स्टेमली के यश यादव ने एक बातचीत करने वाला एआई टूल को प्रदर्शित किया, जो महिलाओं को स्टेम विषय को चुनने में मदद करके लिंग पूर्वाग्रह की समस्या को हल करता है। थिक के मुक्कबीर रहमान, अंकुश यादव और वर्षाे केजे ने एक ऐसा वियरेबल डिवाइस बनाया है, जो लोगों को भीषण गर्मी और कड़ाके की ठंड से बचाता है।

फाइनल कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित हुआ- शीर्ष 10 टीमों द्वारा अंतिम प्रस्तुति और पुरस्कार वितरण समारोह- जिसमें सैमसंग के शीर्ष कार्यकारियों और कर्मचारियों, ग्रांड निर्णायक मंडल और फाउंडेशन फॉर इन्नोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी), आईआईटी दिल्ली और 10 टीमों के मार्गदर्शकों ने भाग लिया। 25 युवा इन्नोवेटर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष 10 टीमें उत्तर प्रदेश के महाराजगंज, असम के लखीमपुर और गोलाघाट, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, गुजरात के सूरत और अहमदाबाद, केरल के एर्नाकुलम के अलावा चेन्नई और दिल्ली जैसे विविध शहरों से आई थीं।