बैंक ऑफ महाराष्ट्र का जून तिमाही का शुद्ध लाभ 95 प्रतिशत बढ़कर 882 करोड़ रुपये पर

Rozanaspokesman

गैजेट्स - ऑटो

बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.24 प्रतिशत पर आ गया, जो साल भर पहले समान अवधि में 0.88 प्रतिशत था।

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New Delhi: सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून तिमाही में 95 प्रतिशत बढ़कर 882 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। डूबे कर्ज में कमी और ब्याज आय में सुधार से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। पुणे के इस बैंक ने एक साल पहले की समान तिमाही में 452 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।

शेयर बाजार का दी जानकारी में बैंक ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में उसकी कुल आय 5,417 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,774 करोड़ रुपये थी।

समीक्षाधीन अवधि में बैंक द्वारा अर्जित ब्याज साल भर पहले के 3,457 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,789 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की शुद्ध ब्याज आय 38.80 प्रतिशत बढ़कर 2,340 करोड़ रुपये हो गई।

बैंक की परिसंपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। पहली तिमाही के अंत में सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर कुल अग्रिम का 2.28 प्रतिशत रह गईं। यह एक साल पहले इस अवधि में 3.74 प्रतिशत पर थीं।

इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.24 प्रतिशत पर आ गया, जो साल भर पहले समान अवधि में 0.88 प्रतिशत था। बीओएम के प्रबंध निदेशक ए. एस. राजीव ने कहा कि बैंक को चालू वित्त वर्ष में कर्ज में 20-22 प्रतिशत जबकि जमा में 14-15 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि ऋण वृद्धि की जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक की योजना टियर-I और टियर-II बॉन्ड से 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की है। जहां तक डूबे कर्ज वसूली की बात है तो बैंक को चालू वर्ष के दौरान इसके 3,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात इस तिमाही में 16.15 प्रतिशत से बढ़कर 18.07 प्रतिशत हो गया।