AI News: अब AI के जरिए डॉगी से कर सकेंगे बातचीत!

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एआई कुत्ते की भौंकने की आवाज के आधार पर उसकी उम्र, लिंग और नस्ल की सही पहचान कर सकता है?

Now we can talk to dog through AI!

 AI News: क्या आपने कभी सोचा है कि कुत्ता आपसे क्या कहना चाह रहा है? अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता एआई की मदद से ऐसे उपकरण विकसित कर रहे हैं, जो कुत्ते के भौंकने की आवाज से यह पहचान सकें कि वह खेल रहा है या गुस्से में है। वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं वि कि क्या एआई कुत्ते की भौंकने की आवाज के आधार पर उसकी उम्र, लिंग और नस्ल की सही पहचान कर सकता है?

 मेक्सिको के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स और ऑप्टिक्स 1958 एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्टीट्यूट के साथ किए गए इस शोध में पाया गया है कि मूल रूप से मानव भाषण पर प्रशिक्षित एआई मॉडल का उपयोग पशुओं के संचार को समझने वाली नई प्रणालियों को प्रशिक्षित करने के लिए भी किया जा सकता है। 

विश्वविद्यालय की एआई प्रयोगशाला की निदेशक राडा मिहाल्सिया के अनुसार, "मानव भाषण पर प्रशिक्षित मॉडल का उपयोग करके हमारा शोध एक नया द्वार खोलता है कि कैसे हम भाषण प्रसंस्करण में अब तक जो कुछ भी बनाया है, उसका लाभ उठाकर कुत्तों के भौंकने की बारीकियों को समझना शुरू कर सकते हैं। हम अभी तक उन पशुओं के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते हैं, जो हमारे साथ इस दुनिया को साझा करते हैं। एआई में प्रगति का उपयोग पशु संचार की हमारी समझ में क्रांति लाने के लिए किया जा सकता है और हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि हमें शून्य से शुरुआत नहीं करनी पड़ेगी।" हालांकि शोधकर्ताओं की मानना है कि पशुओं की आवाज का विश्लेषण करने के लिए एआई साफ्टवेयर विकसित करने में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों की कमी के कारण बाधा आ रही है। मुख्य शोधकर्ता आर्टेम अबजालिएव के अनुसार, "पशुओं की आवाजों को रिकॉर्ड करना तार्किक रूप से बहुत कठिन है। उनको जंगल में या फिर पालतू पशुओं के मामले में मालिकों की अनुमति से रिकॉर्ड किया जाना चाहिए।"

बहरहाल, वैज्ञानिक एक मानव वाणी विश्लेषण मॉडल को पुनः उपयोग में लाने में सफल रहे, जिससे उन्हें मजबूत आवाज-सक्षम प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने में मदद मिली, जो बोले गए शब्दों और वक्ताओं को पहचानती हैं। इस दृष्टिकोण ने वैज्ञानिकों को उन मजबूत मॉडलों का पता लगाने में सक्षम बनाया, जो आज हमारे द्वारा उपयोग की जाने वाली विभिन्न आवाज-सक्षम प्रौद्योगिकियों की रीढ़ हैं। इनमें वॉयस टू-टेक्स्ट और भाषा अनुवाद शामिल हैं। इन मॉडलों को मानव भाषण में स्वर, पिच और उच्चारण जैसी बारीकियों को अलग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और इस जानकारी को एक प्रारूप में परिवर्तित किया जाता है, जिसका उपयोग कंप्यूटर यह पहचानने के लिए कर सकता है कि कौन से शब्द कहे जा रहे हैं।

अबजालिएव का मानना है कि "ये मॉडल मानव भाषा और भाषण के जटिल पैटर्न को सीखने और एनकोड करने में सक्षम हैं। हम यह देखना चाहते थे कि क्या हम कुत्तों के भौंकने को समझने और उसकी व्याख्या करने की इस क्षमता का लाभ उठा सकते हैं।" शोधकर्ताओं ने अलग-अलग नस्ल, उम्र और लिंग के 74 कुत्तों के रिकॉर्ड किए गए स्वरों के डेटासेट का उपयोग किया। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस नए शोध का पशु कल्याण पर भी व्यापक असर पड़ सकता है। कुत्तों की आवाजों को समझने से हमें उनकी जरूरतों को समझने और उनको पूरा करने के तरीके में काफी सुधार हो सकता है, जिससे उनकी देखभाल बेहतर होगी और आपात स्थितियों को रोका जा सकेगा।

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