World Badminton Championship: दो बार चैम्पियन रह चुके एक्सेलसेन को प्रणय ने दी मात, भारत के लिए पक्का किया पदक

Rozanaspokesman

खेल

प्रणय ने विश्व चैम्पियनशिप में भारत का सुनहरा प्रदर्शन जारी रखते हुए देश का 14वां पदक पक्का किया।

H S Prannoy (file photo)

कोपनहेगन:  केरल के 31 वर्ष के एच एस प्रणय ने पूरी ऊर्जा झोंकते हुए पिछले दो बार के चैम्पियन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन को 68 मिनट तक चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हराकर शुक्रवार को यहां विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत का एक पदक पक्का कर दिया . प्रणय ने इस रोमांचक मुकाबले में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी एक्सेलसेन को 13 . 21, 21 . 15, 21 . 16 से हराया ।

प्रणय ने विश्व चैम्पियनशिप में भारत का सुनहरा प्रदर्शन जारी रखते हुए देश का 14वां पदक पक्का किया। वह इस सत्र में मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 टूर्नामेंट जीते हैं और आस्ट्रेलिया ओपन सुपर 500 में उपविजेता रहे । भारत के लिए विश्व चैम्पियनशिप में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू ने पांच पदक जीते हैं जिनमें से 2019 में मिला स्वर्ण शामिल है । साइना नेहवाल ने एक रजत और एक कांस्य, किदाम्बी श्रीकांत ने रजत, लक्ष्य सेन, बी साइ प्रणीत और प्रकाश पादुकोण ने कांस्य पदक जीते हैं ।

वहीं सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी पुरुष युगल क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क के किम एस्ट्रूप और एंडर्स स्कारुप रासमुसेन से सीधे गेम में हार गई। दुनिया की दूसरे नंबर की इस भारतीय जोड़ी ने पिछले साल इस प्रतियोगिता में अपना पहला कांस्य पदक जीता था। भारतीय जोड़ी हालांकि 11वीं वरीयता प्राप्त स्थानीय जोड़ी के सामने अपने आक्रामक खेल का प्रदर्शन नहीं कर सकी और 48 मिनट तक चले मुकाबले को 18-21, 19-21 से हार गई। दोनों जोड़ियों के बीच इससे पहले सात मैचों में सात्विक और चिराग की जोड़ी दो मुकाबले जीतने में सफल रही थी। दोनों जोड़ियां 2021 के बाद पहली बार एक-दूसरे के आमने सामने थी।

बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप की 2021 की कांस्य पदक विजेता डेनमार्क की जोड़ी ने मैच की शुरुआत से ही भारतीय जोड़ी को लय हासिल करने से रोके रखा।

डेनमार्क की जोड़ी ने मुकाबले की शुरुआत में 5-1 की बढ़त ली। भारतीय जोड़ी ने कई मौके पर एस्ट्रूप के सर्विस पर शटल को नेट पर खेल दिया। एस्ट्रूप और रासमुसेन ने अपनी बढ़त को 11-6 किया। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद वापसी करते हुए स्कोर को 15-18 कर दिया।चिराग ने इसके बाद खराब सर्विस कर के डेनमार्क के खिलाड़ियों को चार गेम प्वाइंट दे दिया। भारतीय खिलाड़ियों ने दो गेम प्वाइंट का बचाव किया लेकिन तीसरे मौके पर चूक गए। दूसरे गेम में भी एक बार फिर से ऐसी ही परिस्थितियां दिखी। सात्विक और चिराग की जोड़ी के सामने एस्ट्रूप और रासमुसेन की गति का कोई जवाब नहीं थाा। भारतीय जोड़ी 4-6 और इंटरवल के समय 7-11 से पिछड़ रही थी। भारतीय जोड़ी ने कुछ बेहतर प्रदर्शन किया । चिराग के शानदार स्मैश और सर्विस के दम पर इस जोड़ी ने 15-15 की बराबरी की। एस्ट्रूप के क्रॉस पर सात्विक ने शटल को नेट पर खेल दिया जिससे डेनमार्क की जोड़ी ने बढ़त लेने के बाद अपना भारतीयों को वापसी का मौका नहीं दिया। एस्ट्रूप और रासमुसेन की जोड़ी ने दो मैच प्वाइंट हासिल किये। यह दूसरे दूसरे मैच प्वाइंट को भुनाने में सफल रही।.