कम उम्र में होने लगे है सफेद बाल तो आज ही बदले ये आदतें

Rozanaspokesman

बाल सफेद होने के कारण अक्सर टेंशन, शर्मिंदगी और लो कॉन्फिडेंस का सामना करना पड़ता है तो बचे इन आदतों से

Healthy hair has started to grow at a young age, so these habits have changed today. 

White Hair: हम में से कोई इंसान ये नहीं चाहता कि 25 साल की उम्र में उसके बाल सफेद हो जाएं, लेकिन अगर ऐसा हो रहा है तो समझ जाएं कि आपकी कुछ बुरी आदतें ही जिम्मेदार हैं.

लोग मानते थे की अगर आपके सफेद बाल आने शुरू हो गए है तो मतलब आप बुढ़ापे की और बढ़ चुके है लेकिन आजकल कम उम्र में ही लोग इस समस्या से झूज रहे है और इसके अनेक से कारण हो सकते है बाल स्वेद होने के कारण उनको अक्सर टेंशन, शर्मिंदगी और लो कॉन्फिडेंस का सामना करना पड़ता है ऐसे में लोग केमिकल युक्त हेयर डाई से सफेद बालों को काला करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इससे हेयर डैमेज हो सकते है. 

इन आदतों की वजह से बाल होते हैं सफेद

1. अनहेल्दी डाइट खाना:

यंग एज के लोग अपनी सेहत का खास ख्याल नहीं रख पाते, वो अक्सर बाजारों से फास्ट या जंक फूड्स खाना पसंद करते हैं, इनमें ऑयल की मात्रा काफी ज्यादा होती है, इससे आपका कोलेस्ट्रोल, ब्लड शुगर लेवल को तो नुकसान तो पहुंचता ही है, साथ ही बालों की सेहत भी खराब होती है. अपने खाने में कैल्शियम, जिंक, आयरन, कॉपर, प्रोटीन, विटामिन जैसे न्यूट्रिएंट्स को तरजीह दें

2. जरूरत से ज्यादा टेंशन लेना:

आज कल काफी कम उम्र से ही अच्छी पढ़ाई और बेहतर नौकरी करने का दबाव होता है जिसकी वजह से टेंशन होना लाजमी है, कई लोग इस तरह के स्ट्रेस का सामना नहीं कर पाते जिसका असर उनके पूरे शरीर पर पड़ता है. यहां तक कि बाल भी अर्ली एज में सफेद होने लगते हैं. बेहतर कि जिंदगी के हालात चाहे कैसे भी हों, खुद पर दबाव नहीं डालना चाहिए.

3. सिगरेट और शराब पीना:

सिगरेट और शराब पीने से क्रमश: लंग्स और लिवर मुख्य रूप से खराब होने लगते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये बुरी आदत बालों की सफेदी की भी वजह बन जाती है. इससे स्कैल्प कमजोर होने लगते हैं और बालों तक ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है.

4. बॉडी इनएक्टिविटी:

बालों और शरीर के ओवरऑल हेल्थ के लिए शरीर का एक्टिव रहना बेहद जरूरी है, आपको आलस को छोड़ना होगा तभी आप सफेद बालों समेत कई परेशानियों से बच सकते हैं. वर्कआउट न करने से ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं रहता और फिर इसके जरिए स्कैल्प तक पोषण नहीं पहुंच पाता, नतीजा ये होता है कि बाल कम उम्र में ही सफेद होने लगते हैं.