केले से लेकर दही तक रोजाना खाए जाने वाले इन चीजों में मौजूद है अल्कोहल, ज्यादा खाने से ...

Rozanaspokesman

लाइफस्टाइल

हमारे घर के किचन में मौजूद कई चीजों में अल्कोहल होता है।

Alcohol is present in these things which are eaten daily from banana to curd

 हाल ही में एक ऐसी खबर ने सामने आई है जिसने हर जगह सनसनी मचा दी है. दरहसल, शोध से पता चला है कि हाथी के दूध में अल्कोहल पाया जाता है। अगर आप इस खबर से हैरान हैं तो आज हम आपको ऐसी खबर बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप और भी ज्यादा हैरान हो सकते है । दरअसल हमारे घर में खाने-पीने की कई ऐसी चीजें होती हैं, जिनमें अल्कोहल होता है। जी हां, हमारे घर के किचन में मौजूद कई चीजों में अल्कोहल होता है।

तो आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में ...  

केले - केला खाना हमारे सेहत के लिए काफी अच्छा होता है. लेकिन केले में अल्कोहल होता है। जी हां, आपने सही पढ़ा, एक पके केले में  0.2 प्रतिशत   ABV होता है। लेकिन जो केले बहुत पके होते हैं उनमें यह मात्रा 0.4 प्रतिशत तक हो जाती है।

ब्रेड - ब्रेड बनाने के लिए इसमें यीस्ट मिलाया जाता है। इससे ब्रेड के आटे में फर्मेंटेशन होने लगता है, जिससे वह ऊपर उठ जाता है। खमीर वाली सभी प्रकार की ब्रेड में हमेशा अल्कोहल होता है। ब्रेड में आपको 1.18 से 1.28 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा मिलेगी।

दही - आपने सही पढ़ा, दही में भी अल्कोहल होता है। दूध में मौजूद लैक्टोज खाने वाले सूक्ष्मजीव उसमें एल्कोहल पैदा करते हैं। इसमें Bifidobacterium और Lactobacillus  जैसे बैक्टीरिया शामिल हैं। दही में 0.05-2% ABV होता है।

सिरका - विभिन्न प्रकार के सिरके में अलग-अलग मात्रा में अल्कोहल होता है। व्हाइट वाइन विनेगर और शैम्पेन विनेगर नामों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इनमें अल्कोहल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेब के सिरके में अल्कोहल भी होता है। इसमें 0.1-0.4% ABV होता है।

फल और फलों का जुस – कुछ खास प्रकार के फलों और उनके रस में भी अल्कोहल होता है। इसमें अंगूर और संतरे शामिल हैं। इसके अलावा सेब और सेब के जूस में भी यह नशा मौजूद होती है। यदि उन्हें लंबे समय तक छोड़ दिया जाए तो  उसमें ड्रग की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें 0.4 से 0.5 प्रतिशत अल्कोहल होता है।

सॉफ्ट ड्रिंक्स - कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स में भी कुछ मात्रा में अल्कोहल होता है। ऐसा इसमें शुगर की मात्रा अधिक होने के कारण होता है। जब इन ड्रिंक्स में नेचुरल फ्लेवरिंग इंग्रीडिएंट्स मिलाए जाते हैं तो अल्कोहल की मात्रा और भी बढ़ जाती है। कई सॉफ्ट ड्रिंक्स में 0.5% ABV होता है।