मल्लाहों की जातीय गणना में घोर अन्याय: बिहार निषाद संघ

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

महासचिव सुरेश प्रसाद सहनी ने कहा कि इस जातीय गणना से  मल्लाह समाज  संतुष्ट नहीं है।

photo

Patna: पुनाईचक में अवस्थित बिहार निषाद संघ के कार्यालय से संघ के प्रदेेश अध्यक्ष ई हरेंद्र प्रसाद निषाद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पूर्व मुख्य मंत्री लालू प्रसाद यादव के प्रयास से यादवों के सभी उपजातियाॅ जैसे ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला का यादव शीर्ष में एकीकरण हुआ। इसके बाद  सुशील कुमार मोदी के प्रयास से वनिया समाज  के सभी उपजातियाॅ जैसे सूढीं, मोदक, नोनियार, पनसारी, मोदी,कसेरा,केशरवानी, ठठेरा,कलवार, कमलापुरी वैश्य, महुरी वैश्य, बंदी वैश्य, वर्णवाल , अग्रहरी वैश्य , पोद्दार, कसौधन, गंधवनिक, वाथम, वैश्य, गोलदार को वनिया शीर्ष में एकीकरण किया गया। इसी प्रकार  पाॅच वर्ष  पूर्व से निषाद/मल्लाह के सभी जाति/उपजातियोॅ क्रमशः केवट(केउट),केवर्त. खंगर,गोढी(छावी),गंगोता,चांय,तियर, धीमर,विंद,मल्लाह, मोरियारी,एव वनपर को एकीकृत कर निषाद/मल्लाह  श्रेणी में रखने के लिए बिहार निषाद संघ ने माननीय मुख्य मंत्री,नीतीश कुमार एवं पिछडा वर्ग आयोग से अनेकों बार पत्राचार किया है।शिष्टमंडल भेटकर वस्तुस्थिति से अवगत भी कराया गया किन्तु पिछड़ा वर्ग  आयोग में लम्बें समय तक अध्यक्ष नहीं रहने के कारण  कोई  कार्रवाई  न हो सका। 5 जनवरी 2023 को उक्त सभी उपजातियों को एकीकृत कर निषाद/मल्लाह श्रेणी मे रखने के लिए अत्यन्त पिछड़ा वर्ग आयोग को पत्र द्वारा और मिलकर भी अनुरोध किया गया था किन्तु सरकार ने मल्लाहों के इन अनुरोध ठुकरा दिया फलस्वरूप  मल्लाह एवं इसके सभी उपजातियों की अलग-अलग जातीय गणना की गई।

ऐसा करने से मल्लाहों को राजनीतिक रूप से कम आकने का प्रयास  है।कार्यकारी  प्रधान महासचिव धीरेन्द्र कुमार निषाद ने मल्लाह और इसके सभी उपजातियों के जातीय गणना को जोडकर  कुल मल्लाह  की जनसंख्या शीघ्र स्वीकृत  करने की मांग  की। अगर ऐसा नहीं होगा तो पुरे बिहार मे धरना-प्रदर्शन करने के लिए  वाध्य होगें और अगामी चुनाव में इसका भारी असर पडेगा। प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार विद्यार्थि ने कहा कि निषाद/मल्लाह  के सभी उपजातियों को एक श्रेणी में रखा जाए तो इनकी जनसख्या आठ प्रतिशत से अधिक होगी। महासचिव दिलीप कुमार निषाद ने कहा कि  निषाद/मल्लाहों को एक प्लेटफॉर्म  पर आकर अपने सभी अधिकारों केलिए संघर्ष करने की जरूरत है। महासचिव रामजतन चौधरी ने कहा कि गणना करने वाले कर्मचारी बहुत  घर  गणना करने आये ही नहीं।महासचिव सुरेश प्रसाद सहनी ने कहा कि इस जातीय गणना से  मल्लाह समाज  संतुष्ट नहीं है।यह सभी बयान संघ के कोर कमेटी में की गई। बैठक  में जयराज प्रसाद, कैलास सहनी, जीतेन्द्र कुमार, रणवीर कुमार, उपेंद्र कुमार, सुनील चौधरी,अखिलेश  निषाद, रामप्रवेश निषाद उपस्थित थे।