सामाजिक संगठन सुधर वाहिनी ने शराब कारोबारियों व शराबियों का पुतला फूंका

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

शराबी पतियों द्वारा अपनी पत्नियों को मारने-पीटने की घटना तो आम बात है।

Social organization Sudhar Vahini burnt effigies of liquor traders and drunkards

Patna: सामाजिक संगठन सुधार वाहिनी ने सोमवार 20 मार्च को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर शराब कारोबारियों एवं पियक्कड़ों का पुतला दहन कियाl सुधार वाहिनी की अध्यक्षा प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में स्थानीय कंकड़बाग टेम्पू स्टैण्ड में पुतला दहन हुआ . उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हांलाकि बिहार में कानूनी रूप से शराब बंद है और लगातार घर-पकड़ भी हो रही है,  फिर भी पैसों के लालच में शराब माफियाओं की सक्रियता के कारण आए दिन शराब बेचने व पीने वाले मिलते रहते हैं।

उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में सक्रिय सामाजिक संगठन सुधार वाहिनी द्वारा शराब कारोबारियों एवं पियक्कड़ों के विरुद्ध अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। चूँकि महिलाओं को ही घर चलाना होता है और जिस घर के पुरुष शराबी होते हैं उस घर की महिलाओं को कई प्रकार की तकलीफों का सामना करना पड़ता है। शराबी पुरुषों द्वारा कमाई का अधिकांश भाग शराब में उड़ा दिया जाता है और घर में भूख से बिलबिलाते बच्चों के छटपटाहट की वेदना से उन्हें ही दो चार होना पड़ता है।

शराबी पतियों द्वारा अपनी पत्नियों को मारने-पीटने की घटना तो आम बात है। यही नहीं शराबी लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं और उनके ईलाज में परिवार कर्ज के बोझ तले दब जाता है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि सुधार वाहिनी द्वारा कंकड़बाग टेम्पू स्टैण्ड, पटना सहित अन्य जिला मुख्यालयों में आज शाम 3 बजे कारोबारियों एवं पियक्कड़ों का पुतला दहन किया गयाl महिलाएं घर-परिवार और समाज को बचाने के लिए अब सड़क पर उतरकर शराब कारोबारियों एवं तमाम पियक्कड़ों को यह संदेश देना चाहती हैं कि आप लोग सचेत हो जाएँ नहीं तो बहु-बेटियों को मानसिक प्रताड़ना से बचाने के लिए बिहार की महिलाएं लगातार सड़क पर आंदोलन करेंगी।

उन्होंने कहा कि बिहार में अब शराब कारोबारियों एवं पियक्कड़ों की खैर नहीं है। बार-बार चेतावनी देने के बाद भी वो लोग सुधर नहीं रहे हैं इसलिए अब सुधार वाहिनी की महिलायें इनके विरुद्ध सीधी कारवाई करेगी। उक्त कार्यक्रम में प्रतिभा सिंह के साथ ही श्यामा सिंह,  बैधुबाला सिन्हा,  गूंजा सिन्हा,  मुन्नी देवी,  मंजू सिन्हा,  पुष्पा देवी,  सुनील देवी,  मीणा देवी सहित हजारों महिलाएं शामिल थीं।