केंद्र सरकार रोजगार के नाम पर पुनः युवाओं को ठगने में लगी हुई है : उमेश सिंह कुशवाहा

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

कुशवाहा ने कहा कि 2014 चुनाव के पूर्व किये गए सभी वायदे अब तक झूठे और ठगने वाले साबित हुए हैं और 2024 चुनाव के पूर्व पुनः रोजगार मेला के नाम पर...

The central government is again engaged in cheating the youth in the name of employment: Umesh Singh Kushwaha

 पटना : जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष  उमेश सिंह कुशवाहा ने केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए रोजगार मेला को दिखावा मात्र बताते हुए कहा कि इस मेला के नाम पर एक बार फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार भारत के युवाओं को ठगने और भ्रमित करने का काम करना चाहती है, ठीक उसी प्रकार जैसे 2014 चुनाव के पहले श्री नरेंद्र मोदी ने भारत के भोले- भाले युवाओं को प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वायदा कर उन्हें सब्जबाग दिखाया था.

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि 2014 चुनाव के पूर्व किये गए सभी वायदे अब तक झूठे और ठगने वाले साबित हुए हैं और 2024 चुनाव के पूर्व पुनः रोजगार मेला के नाम पर युवाओं को ठगने का काम प्रारंभ किया गया हैl केंद्र सरकार के इस जुमलेबाजी एवं झूठे वादे से सचेत रहने की आवश्यकता हैl केंद्र की सरकारी नौकरियों में लाखों पद रिक्त पड़े हैं लेकिन उन्हें भरने की बजाय केंद्र सरकार ने 4 लाख पदों को ही समाप्त कर दिया। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर अगले डेढ़ साल में मिशन मोड में 10 लाख नौकरियां देने का एक नयी घोषणा की है। लेकिन उनके पुराने रिकार्ड को देखते हुए यह मुश्किल ही दिखती है। डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर की वार्षिक रिपोर्ट (2019-20) के अनुसार 1 मार्च 2020 तक कुल 40.78 लाख स्वीकृत पदों में से करीब 21.75 प्रतिशत पद खाली थे। भारतीय रेलवे सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र है जहां एक मार्च 2020 तक 12.52 लाख लोग नौकरी कर रहे थे जो घटकर एक मार्च 2022 को 12.01 पर पहुँच गयी है। केंद्र सरकार के 92 प्रतिशत कर्मचारी 5 मंत्रालयों से आते हैं। इन 5 विभागों में सबसे ज्यादा रेलवे में करीब 40% लोग नौकरी करते हैंl केंद्र सरकार द्वारा यूपीएससी की भी सीटें लगातार घटाई जा रही हैं।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में 1 मार्च 2020 तक केंद्र सरकार के विभागों में 8 लाख 72 हजार, 234 पद खाली होने की जानकारी दी थी। इसमें केंद्र सरकार के ग्रुप ए में 21 हजार 255, ग्रुप बी में 94 हजार 842 और ग्रुप सी में 7 लाख 56 हजार 146 पद खाली थे। कार्मिक एवं पेंशन विभाग की 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार आईएएस पदों की स्वीकृत संख्या 6,746 है जबकि वास्तविक स्ट्रेंथ 5,231 है यानी आईएएस समूह के ही 1,515 पद 1 जनवरी 2021 तक खाली थे। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 6 अप्रैल 2022 को राज्यसभा में कहा था कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में टीचिंग के 6,558 और नॉन टीचिंग के 15,227 पद खाली हैं। जितेंद्र सिंह ने 17 मार्च 2022 को राज्यसभा में बताया था कि 1 जनवरी 2021 तक बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी की बैकलॉग वकेंसी 10 बड़े मंत्रालयों में भरे नहीं जा सके हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने 21 मार्च 2022 को लोकसभा में कहा था कि 2021 तक केंद्र सरकार में 24.30 लाख कर्मचारी अनुबंध पर काम कर रहे हैं जबकि 2019 में इनकी संख्या मात्र 13.64 लाख थी। ज्ञात है कि ग्रुप डी के कर्मचारियों की भर्तियां केंद्र सरकार ने पूरी तरह रोक दी हैं। 30 अप्रैल 2020 को इस समूह को ग्रुप सी के साथ मिला दिया गया है। जबकि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 10 दिसंबर 2021 को लोकसभा में कहा था कि 7,476 पद अफसरों के खाली हैं, इसके अलावा 91,177 पद जेसीओ और ओआर के पद भी खाली हैं। इसी तरह एयरफोर्स में क्रमश: 5471 और नौसेना में 12,431पद खाली हैं। इसके अलावे सेना में जनरल ड्यूटी के पदों पर भर्ती बंद है क्योंकि केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम की घोषणा कर दी है।