चंपारण के प्लस 2 स्कूलों में हो शिक्षकों की बहाली: एपी पाठक

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

बिहार में शिक्षकों की औसत राष्ट्रीय स्तर से बहुत कम हैं और चंपारन में और कम हैं।

Teachers should be reinstated in Plus 2 schools of Champaran: AP Pathak

Patna; भारत सरकार में नौकरशाह रहे और भाजपा नेता एपी पाठक ने चंपारण के नवनिर्मित प्लस 2 विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा है कि चंपारण के अधिकांश जगहों पर करोड़ों रुपए खर्च कर बिहार सरकार ने भवन तो बनाया परंतु शिक्षकों के अभाव में कोई भी विद्यालय में पठन पाठन का कार्य नहीं चलता हैं। सभी विद्यालयों में ताले लगे हैं। और तो और अब विद्यालयों के भवनों का स्थिति भी खराब हो रहा हैं। कहीं पानी निकासी नही होने से बरसात में विद्यालय के आसपास जल जमाव हो जाता हैं और दूसरे अन्य बहुत कारणों से भवनों की स्थिति दिन पर दिन खराब हो रही हैं।

बिहार में शिक्षकों की औसत राष्ट्रीय स्तर से बहुत कम हैं और चंपारन में और कम हैं। भाजपा नेता ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि उन्होंने अपने मातृभूमि में प्लस 2 विद्यालय के लिए करोड़ों की अपनी निजी जमीन निःशुल्क दिया और सरकार ने उक्त जमीन पर प्लस 2 विद्यालय बनवाया परंतु शिक्षकों के अभाव में अभी भी उक्त विद्यालय में तालाबंदी है जिससे गरीब के बच्चों के उच्च शिक्षा हेतु काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। कमोबेश ऐसी स्थिति सारे नवनिर्मित विद्यालयों का हैं।

वैसे भी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता ना के बराबर हैं और अब भवनों के बनने के बाद भी सभी नवनिर्मित प्लस 2 विद्यालय बंद हैं।
आपको बताते चलें कि भाजपा नेता एपी पाठक जी अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से चंपारण में शिक्षा का अलख दशकों से अधिक समय से जला रहे है । उक्त सिलसिले में वो अपने बाबु धाम ट्रस्ट के बैनर तले गरीब बच्चों,आदिवासी और दलित बच्चों के सम्यक विकास और शिक्षा किए विद्यालयों में किताब ,कॉपी और छात्राओं के बीच सेनेटरी पैड का निःशुल्क वितरण करते आ रहे हैं।

साथ ही गरीब बच्चों के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से निःशुल्क शिक्षण संस्थान चंपारण में चलवाते है जहां सैकड़ों छात्र और छात्राओं ने सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं में नौकरी प्राप्त किया। बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक और भाजपा नेता अब देश के यशस्वी प्रधानमन्त्री मोदी जी की नीतियों से प्रभावित होकर चंपारण के युवाओं के लिए बहुत ही सकारात्मक कदम उठा रहे हैं ताकि यहां के युवाओं को सीधे लाभ प्राप्त हो सके।