Bihar News : मुख्यमंत्री ने 'समाधान यात्रा' के क्रम में कैमूर जिले में विकास योजनाओं का लिया जायजा

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, बिहार

इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री को स्प्रिंकलर सिंचाई एवं जैविक तकनीक से की जा रही खेती से होने वाले लाभ के संबंध में जानकारी दी। किसानों ने बताया कि..

Bihar News: The Chief Minister reviewed the development plans in Kaimur district during the 'Samadhan Yatra'

पटना : मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार ने आज 'समाधान यात्रा' के क्रम में कैमूर जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने कैमूर जिलान्तर्गत भगवानपुर प्रखंड के ग्राम पढ़ौती स्थित वार्ड संख्या-9 का भ्रमण कर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पढ़ौती ताल, हर घर नल का जल तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना आदि का जायजा लिया। जीविका दीदियों एवं किसानों द्वारा स्प्रिंकलर के माध्यम से सिंचाई कर जैविक तकनीक से प्याज, सरसों, मटर, चना आदि की खेती की जा रही है, जिसका मुख्यमंत्री ने मुआयना किया।

इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री को स्प्रिंकलर सिंचाई एवं जैविक तकनीक से की जा रही खेती से होने वाले लाभ के संबंध में जानकारी दी। किसानों ने बताया कि स्प्रिंकलर के माध्यम से खेत की सिंचाई करने पर खेत की नमी जल्द ही खत्म हो जाती है जिससे प्याज का साइज बड़ा होता है। अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको प्रमोट करायें, ये किसानों के लिये लाभकारी है।

मुख्यमंत्री ने पढ़ौती ग्राम के वार्ड संख्या- 9 में स्थित महादलित बस्ती का जायजा लेने के क्रम में लोगों की समस्यायें सुनीं और उसके यथाशीघ्र समाधान के लिये अधिकारियों को निर्देश दिया। बिहार महादलित सामुदायिक भवन- सह वर्क शेड पढ़ौती का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने बिहार महादलित विकास मिशन अंतर्गत संचालित रविदास किशोरी समूह एवं अंबेडकर किशोरी समूह की बालिकाओं से बातचीत की। ग्राम पढ़ौती के वार्ड संख्या-7 में मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जीर्णोद्धार किये गये कुएं एवं सोखता निमार्ण का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने ग्राम पढ़ौती के वार्ड संख्या - 7 में विकसित पुस्तकालय का शिलापट्ट का अनावरण कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पुस्तकालय कक्ष, प्रशासनिक कक्ष अध्ययन कक्ष एवं लाइब्रेरियन कक्ष आदि का मुआयना किया। लाइब्रेरियन को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में बापू की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं मौलाना अबुल कलाम आजाद से संबंधित पुस्तकें भी इस पुस्तकालय में जरूर रखें। लोगों की जानकारी के लिये पुस्तकालय में पौराणिक चीजों को भी लगवायें।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों का दौरा कर हमलोग विकास कार्यों का जायजा ले रहे हैं। इसके साथ ही कई इलाकों में किसान नई तकनीक से खेती कर रहे हैं, उसको भी जाकर हमलोग देख रहे हैं। कहां पर क्या दिक्कत है, इन्हीं सब चीजों को जानने और समझने के लिए हमलोग समाधान यात्रा पर निकले हैं। बहुत लोगों ने अपनी समस्याएं भी बतायी हैं। इसको लेकर हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है। अधिकारियों के साथ हमलोग सभी जिलों में समीक्षा बैठक भी करते हैं। उसमें सभी चीजों पर चर्चा होती है।

किसानों को खाद मिलने में हो रही परेशानी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जिले में खाद की कोई दिक्कत नहीं है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने का हमने पहले ही निर्देश दे दिया है। समीक्षा बैठक में हमने इन इलाकों से धान की अधिप्राप्ति करने का निर्देश दिया था। इन इलाकों के साथ ही बिहार के तीन-चार जिलों में लोग अरवा चावल खाते हैं। बाकी जगहों पर उसना चावल को लेकर काम चल रहा है।

समाधान यात्रा में लोगों की उमड़ रही भीड़ के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। सभी लोग अपनी समस्याएं हमसे साझा करते हैं। हमलोग उनकी बातों को गंभीरता से सुनते हैं और समस्याओं के समाधान को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हैं। शुरु से हमलोगों का उद्देश्य महिलाओं को आगे बढ़ाने का रहा है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो परिवार आगे बढ़ेगा। परिवार को आगे बढ़ाने के लिए महिला और पुरुष दोनों का आगे बढ़ना जरुरी है। महिलाओं के उत्थान के लिए जो हमने काम किये हैं उसका परिणाम देखकर अच्छा लगता है। अब काफी तादाद में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। हमलोग महिलाओं का और विकास करने में लगे हैं।

क्षेत्र में पानी की समस्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सब हम देख रहे हैं आपलोग उसकी चिंता नहीं कीजिए। कहीं पर अगर नल का जल नहीं मिल रहा है तो उसको देखना है और वहां पर नल का जल उपलब्ध कराना है। इसके लिए ही हम घूम रहे हैं। हर घर नल का जल पहले से उपलब्ध करा दिया गया है अगर कहीं छूट गया है तो वहां उपलब्ध कराया जायेगा। हर हाल में उसको मेंटेन रखना है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। घूमने से पूरे जिले के बारे में पता चलेगा, कहां क्या परेशानी है। हर खेत तक सिंचाई के लिए हमलोग पानी का इंतजाम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने ग्राम कोचाड़ी में विभिन्न लाभकारी योजनाओं से संबंधित किट एवं सर्टिफिकेट का वितरण किया। जिला कृषि कार्यलय, कैमूर उद्यान कार्यालय, थ्री सी०डी० ज्ञान केंद्र, उद्योग विभाग, सहकारिता विभाग एवं जीविका द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री से अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीविका से जुड़कर उन्हें काफी लाभ हुआ है। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर हुई है। गरीब-गुरबा परिवार की महिलाओं को भी रोजगार मिला है। मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों द्वारा किये जा रहे कामों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि जीविका से जुड़कर न सिर्फ महिलायें अपने परिवार और समाज को आगे बढ़ा रही हैं बल्कि इससे बिहार भी आगे बढ़ रहा है। मुझे बेहद खुशी हो रही है। आप सभी स्वास्थ्य के प्रति भी लोगों को जागरूक कर रही हैं। अधिक से अधिक महिलाओं को जीविका समूहों से जोड़ें, उन्हें प्रेरित करें आप सभी बहुत अच्छा काम कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत् भगवानपुर के विभिन्न समूहों से जुड़े 230 परिवारों को 1 करोड़ 1 लाख 46 हजार 260 रुपये का सांकेतिक चेक जीविका दीदियों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ते का सांकेतिक चेक भी मुख्यमंत्री ने दिया। साथ ही बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कुशल युवा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के लाभुकों को सर्टिफिकेट एवं सांकेतिक चेक प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के लाभुक को मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर की चाबी प्रदान की।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका दीदियां बहुत अच्छा काम कर रही हैं। उनके काम को हम सभी जगहों पर जाकर देख रहे हैं। जीविका दीदियों की बातों को हमलोग सुन रहे हैं। उनको किस चीज की जरूरत है, उनकी क्या समस्याएं हैं, इन सब चीजों को देखा जा रहा है। जीविका दीदियों को आगे और बढ़ावा देना है। जीविका दीदी कितना अच्छा उत्पाद बनाती हैं। इसकी खपत सिर्फ राज्य में ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी होती है। शुरू से ही कैमूर हमलोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण जिला रहा है। आपलोगों को नहीं पता होगा लेकिन वर्ष 1994-95 में भी हम कितना घूमते थे। वर्ष 1998 में केंद्र सरकार में मंत्री बन जाने के बाद भी हमने क्षेत्रों में घूमना बंद नहीं किया बल्कि क्षेत्र में आना-जाना थोड़ा कम जरूर हो गया। कोरोना के कारण पिछले दो सालों से भ्रमण थोड़ा कम हो गया था, नहीं तो पहले हम हमेशा घूमते रहे हैं। अभी सभी जगहों पर घूमकर देख रहे हैं कि कहां क्या समस्याएं हैं ताकि समीक्षा करते वक्त यह ध्यान रहे कि आगे और क्या करना है । पहले से सारा काम हमलोग कर ही रहे हैं। पहले सात निश्चय पार्ट- 1 के अंतर्गत काम हुआ। अभी सात निश्चय -2 के अंतर्गत काम चल रहा है। यह सब काम तो चल ही रहा है लेकिन इसके अलावा और क्या किया जा सकता है, उसको भी देख रहे हैं। कैमूर में अरवा चावल लोग ज्यादा खाते हैं इसको लेकर हमने बिहार के चार जिलों में अरवा चावल का कोटा निर्धारित कर दिया है। बाकी जगहों के लिए उसना चावल को लेकर काम चल रहा है।

बिहार में खाद की कमी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के लोग इसको देख रहे हैं। केंद्र को जो खाद देना है वो तो उनको देना ही चाहिए। संबंधित विभाग के लोग इसको देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महादलितों के विकास के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। हमलोग समाज के सभी तबकों के उत्थान के लिए काम करते हैं। अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़ा, महिलाएं, अल्पसंख्यक समाज सभी को आगे लाने के लिए सरकार शुरु से काम कर रही है। इसको लेकर हमलोग वर्ष 2008-09 से ही कई प्रकार की योजनाएं चला रहे हैं। इससे सभी लोगों को काफी फायदा हुआ है। महिलाओं के उत्थान के लिए भी काफी काम किया गया है। हमलोग सभी तबकों के लिए काम कर रहे हैं।

बुनकरों की समस्या के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हीं सब चीजों को देखने के लिए हमलोग घूम रहे हैं। जिलाधिकारी भी हमलोग के साथ हैं। सभी चीजों को देखने के बाद हमलोग इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश देंगे। इसके कुछ दिनों के बाद हम एक बार फिर से अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा करेंगे कि इस पर क्या-क्या काम हुआ है ।

रोजगार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने तय कर दिया है कि अगले कुछ सालों में हमलोग 10 लाख लोगों को नौकरी देने की कोशिश करेंगे। अभी हाल में 28 हजार लोगों को नौकरी दी गई है। कैमूर पहाड़ी इलाकों में मोबाइल का नेटवर्क नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको लेकर काम किया जा रहा है। हमलोग इन इलाकों में जाकर देखते रहे हैं। पहले यहां के कुछ इलाकों के बारे में कहा जाता था कि वे इलाके नक्सल प्रभावित हैं लेकिन वहां भी हमलोग जाते रहे हैं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री श्री के०सी०आर० के कार्यक्रम में जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमलोगों को निमंत्रण भेजा है, हमसे फोन पर बात भी किये हैं। इसमें हमारी पार्टी से भी लोग जायेंगे। विपक्षी एकता को लेकर हमलोगों ने एक बार सभी दलों के नेताओं के साथ बातचीत की है। कांग्रेस की यात्रा समाप्त होने के बाद सभी दलों के नेताओं के साथ बातचीत होगी। तब देखा जायेगा कि कितने दल एक साथ आयेंगे। हमलोग अभी कांग्रेस की यात्रा के समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद वे लोग बुलायेंगे तो हमलोग जाकर बात करेंगे। दूसरी पार्टियां भी अगर बुलाती हैं तो उसमें शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है।
कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी गठबंधन संभव नहीं होने के कांग्रेस नेता  जयराम रमेश के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग चाहते हैं कि सभी लोग एक साथ आयें । एक बार सभी दलों से बातचीत होने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक विपक्षी दल एकजुट हों। शराबबंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री  जीतन राम मांझी के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो तो हमलोगों के साथ ही हैं। ऐसी कोई बात नहीं है।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने कोहिनूर जीविका महिला बुनकर उत्पाद समूह कोचाढ़ी के बुनकरों द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं अन्य विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया तथा स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्यायें सुनीं। मुख्यमंत्री ने कोहीनूर एवं पाकीजा महिला बुनकर उत्पाद समूह को 13 लाख रुपये का चेक प्रदान किया ।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं एवं जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया गया। भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने जगह-जगह मुख्यमंत्री का स्वागत किया ।