झूठे, निराधार आरोपों में मेरे खिलाफ रची गई साजिश: सिसोदिया ने त्यागपत्र में दावा किया

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

उन्होंने लिखा, "सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति की शुरुआत करने वाले हजारों शिक्षकों का मुझे आशीर्वाद प्राप्त है। ..

Conspiracy hatched against me on false, baseless allegations: Sisodia claims in resignation

New Delhi:  आप नेता मनीष सिसोदिया ने दिल्ली मंत्रिमंडल से दिए गए अपने इस्तीफे में आरोप लगाया कि ‘झूठे और निराधार’ आरोपों पर उनके खिलाफ साजिश रची गई है तथा सच सामने आएगा। तीन पन्नों के बिना तारीख वाले पत्र पर उपमुख्यमंत्री के कार्यालय की मुहर लगी है।

महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, दिल्ली के गिरफ्तार मंत्रियों-मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।

सिसोदिया ने पत्र में कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के लिए काम किया और उन्हें लाखों बच्चों का आशीर्वाद एवं उनके माता-पिता का प्यार प्राप्त है।

उन्होंने लिखा, "सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति की शुरुआत करने वाले हजारों शिक्षकों का मुझे आशीर्वाद प्राप्त है। मुझ पर लगाए गए आरोपों की सच्चाई सामने आएगी और यह साबित होगा कि ये झूठे हैं।"

पत्र में कहा गया, ‘‘अब जबकि उन्होंने झूठे और निराधार आरोपों के आधार पर साजिश रची है और सारी हदें पार कर मुझे जेल में डाल दिया है, इसलिए मैं मंत्री के रूप में नहीं बना रहना चाहता।’’ दिल्ली सरकार के प्रशासनिक चेहरे रहे सिसोदिया के पास 33 में से 18 विभाग थे।

उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और भविष्य में भी उनके खिलाफ कई मामले दर्ज किए जाएंगे। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि उन्हें "धमकाया गया, मजबूर किया गया और लालच दिया गया"। उन्होंने कहा कि वह "उनके सामने नहीं झुके और इसलिए उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया।"

सिसोदिया ने पत्र में कहा कि वह जेल से नहीं डरते और स्वतंत्रता सेनानी उनकी प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद दुखद है कि पिछले आठ साल से ईमानदारी और निष्ठा से काम करने के बावजूद मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। यहां तक ​​कि मेरा भगवान भी जानता है कि ये आरोप झूठे हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘ये आरोप असल में कुछ नहीं, बल्कि उन कमजोर और कायर लोगों की साजिश हैं, जो अरविंद केजरीवाल की सच की राजनीति से डरे हुए हैं।’’