भारत जोड़ो यात्रा: कांग्रेस समर्थक ढोल की थाप पर देशभक्ति गीत गाते हुए पहुंचे उत्तर प्रदेश

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

यात्रा में शामिल कई यात्री जहां राहुल गांधी की तस्वीर वाली सफेद टी-शर्ट पहने नजर आए वहीं कई लोग गले में तिरंगा स्कार्फ लपेटे हुए थे।

Bharat Jodo Yatra: Congress supporters reach Uttar Pradesh singing patriotic songs to the beat of drums

New Delhi :  कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ मंगलवार को दोपहर में उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गई। यात्रा के लिए तिरंगे और गुब्बारे लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सैलाब दिल्ली के कश्मीरी गेट से सुबह रवाना हुआ था।

यमुना बाजार में हनुमान मंदिर पर सैकड़ों कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता हाथ में झंडे और बैनर लिए इकट्ठे हुए, जहां से यात्रा प्रारंभ हुई। इस दौरान यात्रा में शामिल कार्यकर्ता ''भारत जोड़ो'' के नारे लगा रहे थे। उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ती यात्रा में ये लोग देशभक्ति गीत गाते हुए और ढोल बजाते हुए जा रहे थे।

गाजियाबाद को जाने वाले पूरे रास्ते में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने जगह-जगह शिविर लगाए हुए थे। रास्ते में कुछ स्थानों पर छोटे-छोटे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

यात्रा में शामिल कई यात्री जहां राहुल गांधी की तस्वीर वाली सफेद टी-शर्ट पहने नजर आए वहीं कई लोग गले में तिरंगा स्कार्फ लपेटे हुए थे। यात्रा की झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ सड़कों के दोनों तरफ और घरों की छतों पर नजर आ रही थी। सुरक्षा-व्यवस्था संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात था और यात्रा को रास्ता देने के लिए कई स्थानों पर सड़कों पर अवरोधक लगाए गए थे। गाजियाबाद के लोनी के पास उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, जहां ध्वज हस्तांतरण किया गया।

राष्ट्रीय राजधानी में पहुंचने से पहले यात्रा ने 21 दिसंबर से 23 दिसंबर तक नूंह, गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों से होते हुए हरियाणा में 130 किलोमीटर का सफर तय किया था।

कांग्रेस के व्यापक जनसंपर्क अभियान वाली यह यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और उसके बाद यह अपने पहले चरण में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है।

यात्रा उत्तर प्रदेश में दो दिन रहेगी और उसके बाद बृहस्पतिवार शाम को यह हरियाणा के पानीपत में प्रवेश करेगी। इसके बाद पंजाब से होते हुए यह एक दिन हिमाचल प्रदेश से गुजरेगी और उसके बाद जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी, जहां इसका समापन होगा।