Delhi News: आगामी चुनाव मेरे लिए अग्निपरीक्षा है-अरविंद केजरीवाल

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

इस्तीफे पर केजरीवाल ने कहा- मैं सत्ता और कुर्सी का लालची नहीं हूं।

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Delhi News In Hindi: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार (22 सितंबर) को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक सार्वजनिक बैठक की। उन्होंने 2011 में अन्ना आंदोलन और पहली बार चुनाव जीतने की घटना का जिक्र किया। कहा- हम ईमानदारी के दम पर पहली बार सत्ता में आए।

इस्तीफे पर केजरीवाल ने कहा- मैं सत्ता और कुर्सी का लालची नहीं हूं। जब भाजपा ने मुझे भ्रष्ट और चोर कहा तो मुझे दुख हुआ। इस कलंक वाली कुर्सी सांस भी नहीं ले सकती। दिल्ली का अगला चुनाव मेरे लिए अग्निपरीक्षा है। अगर आप मुझे ईमानदार मानते हैं तो मुझे वोट दें।

'आप' संयोजक ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछे 5 सवाल-

1. जिस तरह से मोदी जी देश भर में लोगों को लालच देकर या ईडी सीबीआई का डर दिखाकर दूसरे दलों के नेताओं को तोड़ रहे हैं, सरकारें तोड़ रहे हैं - क्या यह देश के लोकतंत्र के लिए सही है? क्या आपको नहीं लगता कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए हानिकारक है?

2. पीएम मोदी ने देशभर के सबसे भ्रष्ट नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया। कुछ दिन पहले जिन नेताओं को उन्होंने खुद सबसे भ्रष्ट बताया था। जिन नेताओं को अमित शाह भ्रष्ट कहते थे। कुछ दिनों बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए? क्या आपने ऐसी भाजपा की कल्पना की थी? क्या आप इस तरह की राजनीति से सहमत हैं?

3. बीजेपी का जन्म आरएसएस की कोख से हुआ है। कहा जा रहा है कि बीजेपी गुमराह न हो, इसकी जिम्मेदारी आरएसएस की है। क्या आप बीजेपी के आज के कदम से सहमत हैं? क्या आपने कभी मोदी जी से कहा कि ये सब मत करो?

4. जेपी नड्डा ने चुनाव के दौरान कहा था कि बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है। आरएसएस बीजेपी की मां की तरह है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया है कि मां आंखें दिखाने लगी है? जो बेटा अपने माता-पिता की देखरेख में बड़ा हुआ और प्रधानमंत्री बन गया, आज वह अपने माता-पिता की संस्था को आंखें दिखा रहा है। जब नड्डा जी ने ऐसा कहा तो आपको दुख नहीं हुआ? क्या हर आरएसएस कार्यकर्ता को कष्ट नहीं हुआ?

5.RSS और बीजेपी ने मिलकर एक कानून बनाया कि किसी भी व्यक्ति को 75 साल की उम्र पूरी करने के बाद रिटायर होना पड़ेगा। इसी कानून के तहत आडवाणी जी और मुरली मनोहर जोशी जी जैसे बहुत बड़े नेता भी रिटायर हो गये। अब अमित शाह जी कह रहे हैं कि ये नियम मोदी जी पर लागू नहीं होगा। क्या आप इस बात से सहमत हैं कि जो नियम आडवाणी जी पर लागू हुआ वह मोदी जी पर लागू नहीं होगा?

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