‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुआ नेत्रहीन छात्र, बेरोजगारी और घृणा के खिलाफ उठाया आवाज

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, दिल्ली

नेत्रहीन छात्र गुलशन कुमार (12) ने कहा कि उन्होंने ‘‘समुदायों के बीच नफरत को खत्म करने’’ और ‘‘महंगाई के खिलाफ आवाज उठाने’’ के उद्देश्य से यात्रा...

Blind student joins 'Bharat Jodo Yatra', raises voice against unemployment and hatred

New Delhi :  दक्षिण दिल्ली के नेत्रहीन छात्रों के एक समूह ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के एक मार्ग पर शिविर लगाया।

करीब 15-20 नेत्रहीन छात्र अपोलो अस्पताल के रास्ते पर बैनर लेकर जमा हुए, जो ‘‘नफरत छोड़ो, भारत जोड़ो’’ के नारे लगा रहे थे।

छात्र सारांश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए कहा कि उन्होंने देश में ‘‘बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ विरोध’’ जताने के लिए यात्रा में भाग लिया। सारांश ने कहा कि ऐसे कई नेत्रहीन छात्र हैं, जिन्होंने शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, लेकिन वर्षों से बेरोजगार हैं। सारांश (14) ने पूछा, ‘‘देश में नौकरियों की कमी के कारण पढ़े-लिखे लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। अगर हमारे लिए पर्याप्त नौकरियां नहीं हैं तो शिक्षा प्राप्त करने का क्या औचित्य है? कई नेत्रहीन छात्र हैं, जो अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इसका क्या फायदा?’’

नेत्रहीन छात्र गुलशन कुमार (12) ने कहा कि उन्होंने ‘‘समुदायों के बीच नफरत को खत्म करने’’ और ‘‘महंगाई के खिलाफ आवाज उठाने’’ के उद्देश्य से यात्रा में हिस्सा लिया।

गुलशन ने कहा, ‘‘महंगाई ने मेरे परिवार को बुरी तरह से प्रभावित किया है। मैं एक निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और मेरे पिता एक किसान हैं। मेरी चार बहनें हैं और उनमें से एक नेत्रहीन है। हमारे पिता के अलावा परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है। मेरी दो बहनों के पास डिग्री है, लेकिन नौकरी के अभाव में वे बेरोजगार हैं।’’

एक अन्य छात्र बृजेश कुमार ने कहा कि वह देश में ‘‘महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने’’ के लिए यात्रा में शामिल हुए।

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के शनिवार तड़के दिल्ली में प्रवेश करने के दौरान बदरपुर से लेकर आश्रम तक हजारों समर्थकों ने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा की और इस दौरान पूरा मार्ग तिरंगों, गुब्बारों और राहुल की तस्वीर वाले बैनरों से पटा नजर आया