Sexual Harassment Case: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह की बढ़ी मुश्किलें, चार्जशीट में हुए कई खुलासे

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, हरियाणा

चार्जशीट सामने आई तो पता चला कि मंत्री संदीप सिंह ने जांच में सहयोग नहीं किया और कई बयान झूठे और विरोधाभासी पाए गए.

Sandeep Singh

चंडीगढ़: महिला कोच से छेड़छाड़ के मामले में हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ दायर चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि मंत्री के चंगुल से भागते वक्त महिला कोच के सिर पर चोट लग गई थी. जब चार्जशीट सामने आई तो पता चला कि मंत्री संदीप सिंह ने जांच में सहयोग नहीं किया और कई बयान झूठे और विरोधाभासी पाए गए. चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक, संदीप सिंह ने अपने बयान में कहा कि पीड़िता ने इंस्टाग्राम पर 2 मार्च 2022 और स्नैपचैट पर 1 जुलाई 2022 को अपॉइंटमेंट मांगा था.

इसके साथ ही स्टाफ के मुताबिक, मंत्री ने ऑफिस टाइम के दौरान पीड़ित को फोन नहीं किया बल्कि व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए केबिन के पास बुलाया. पुलिस के मुताबिक इस मामले में संदीप सिंह के विरोधाभासी बयान सामने आए हैं. मामले से जुड़े हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के बयान आरोपपत्र में शामिल तथ्यों से मेल नहीं खाते.

इसके साथ ही पुलिस के साथ क्राइम सीन का दौरा करने पर पीड़िता ने संदीप सिंह के कार्यालय, उससे जुड़े कमरे, बेडरूम और उससे जुड़े रास्ते की पहचान की. जबकि मंत्री संदीप सिंह ने अपने बयानों में माना कि महिला जूनियर कोच से उनकी मुलाकात ऑफिस में ही हुई थी, बेडरूम या केबिन में नहीं.

इसके साथ ही हरियाणा के तत्कालीन खेल निदेशक पंकज नैन के मुताबिक संदीप सिंह पीड़िता में खास दिलचस्पी दिखा रहे थे. मामले में आरोप तय करने को लेकर अगली सुनवाई 16 सितंबर को चंडीगढ़ कोर्ट में होगी. आरोप पत्र के अनुसार, पीड़िता सीआरपीसी की धारा 164 के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट को दिए गए अपने बयान पर कायम रही। चार्जशीट के मुताबिक, कई गवाहों ने भी पीड़िता के बयान का समर्थन किया है.

सीएफएसएल से मिली रिपोर्ट में कुछ चैट, वॉयस और कॉल रिकॉर्डिंग का खुलासा हुआ है, जिससे पता चला है कि पीड़ित ने घटना के तुरंत बाद कुछ लोगों को घटना की जानकारी दी थी। 


चार्जशीट के मुताबिक पीड़िता के मोबाइल के स्क्रीनशॉट संदीप सिंह को दिखाने पर उसने माना था कि उसकी और पीड़िता की स्नैपचौट पर बात हुई थी.  इसके अलावा, एफआईआर दर्ज होने से तीन दिन पहले 28 दिसंबर, 2022 की एक कॉल रिकॉर्डिंग के संबंध में, संदीप सिंह ने चंडीगढ़ पुलिस के सामने स्वीकार किया कि इसमें पीड़िता और उसकी आवाज थी।