किसानों का शाहबाद में प्रदर्शन: बीकेयू प्रमुख चढूनी सहित आठ अन्य गिरफ्तार

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, हरियाणा

चढूनी के आह्वान पर किसानों ने मंगलवार को शाहबाद के पास दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब छह घंटे तक अवरुद्ध कर दिया था।

Demonstration of farmers in Shahbad

कुरुक्षेत्र:  सूरजमुखी के बीजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सरकार द्वारा खरीदे जाने की मांग कर रहे किसानों की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध करने पर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित नौ नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बुधवार के यह जानकारी दी। उसने बताया कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज होने के बाद बीकेयू (चढूनी) के नौ नेताओं को हिरासत में लिया गया और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के अनुसार इन लोगों के खिलाफ दंगा करने, गैरकानूनी तरीके से एकत्रित होने तथा सरकारी अधिकारी को अपना कार्य करने से रोकने के लिए अपराधिक बल का इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

चढूनी के आह्वान पर किसानों ने मंगलवार को शाहबाद के पास दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को करीब छह घंटे तक अवरुद्ध कर दिया था। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी और लाठीचार्ज किया।

कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस एस भोरिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बीकेयू के नौ नेताओं के अलावा 24 से अधिक प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया गया था लेकिन उन्हें कल रात छोड़ दिया गया। गिरफ्तार किए गए बीकेयू (चढूनी) के नौ नेताओं को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।  इस बीच कुछ किसान शाहबाद-लाडवा रोड पर अनाज मंडी के पास एकत्रित हुए हैं और वे गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

खबरें है कि बीकेयू नेता राकेश टिकैत किसानों के समर्थन में शाहबाद आ सकते हैं, जिसके बाद पुलिस ने एहतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है। भोरिया ने कहा कि शाहबाद-लाडवा रोड पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को धरना समाप्त करने और स्थान खाली करने के लिए मनाने का प्रयास किया जा रहा है।

शाहबाद से विधायक और राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता रामकरण काला ने कहा कि अगर राज्य सरकार सात जून से एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज खरीदने में विफल रही तो वह हरियाणा चीनी महासंघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।

उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज की आलोचना की और साथ ही कहा कि किसानों के लंबित मुद्दों को शीघ्र हल करने की मांग को लेकर वह तीन बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर चुके हैं। रामकरण काला ने कहा,‘‘ लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले के हल के लिए समिति बनाई गई है।’

बड़ी संख्या में किसानों ने मंगलवार दोपहर कुरुक्षेत्र के शाहबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे भावांतर भरपाई योजना में सूरजमुखी के बीज को शामिल करने के सरकार के कदम के खिलाफ हैं। इसके तहत सरकार एमएसपी से नीचे बेची गई उपज के लिए 1,000 रुपये प्रति क्विंटल का निश्चित मुआवजा देगी।

प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी बीज नहीं खरीद रही है, और इसके चलते उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को 6,400 रुपये एमएसपी के मुकाबले लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।