Side effect of social media : वन स्टॉप सेंटर में शारीरिक शोषण की बढ़ रही हैं शिकायतें

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, पंजाब

पिछले पांच सालों में यहां महिलाओं अपराध से जुड़े 995 मामले सामने आए हैं,

Side effect of social media

मोहाली : अगर आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं तो ऐसे लोगों से सावधान रहें जो दोस्त बनने का ढोंग करते हैं. जालसाज लड़के-लड़कियों को दोस्त बताकर उनका यौन शोषण करते हैं और शादी का झांसा देकर उनसे मुंह मोड़ लेते हैं। वन स्टाॅप सेंटर में आ रहे महिला अपराध से जुड़े मामले इसकी गवाही दे रहे हैं। यौन शोषण का शिकार होनेवाली लड़कियों की उम्र 18 से 23 साल के बीच है। युवा सोशल मीडिया पर अधिक समय बिता रहे हैं। जिससे  किशोरियां और महिलाएं अनजान लोगों के सॉफ्ट टारगेट बनी रहती हैं।

सोशल मीडिया के जरिए अनजान लोग लड़कियों के संपर्क में आते हैं और उन्हें टैग कर उनसे दोस्ती कर लेते हैं। यह दोस्ती धोखा देकर आर्थिक और शारीरिक शोषण तक ही सीमित है। पिछले पांच सालों में यहां महिलाओं अपराध से जुड़े 995 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 500 शिकायतें खुद महिलाएं लेकर आई हैं. वहीं 181 नंबर हेल्पलाइन में 495 शिकायतें वन स्टॉप सेंटर के पास पहुंची हैं। इनमें से 70 मामले रेप से जुड़े हैं, जिनमें 50 फीसदी रेप की घटनाएं युवतियों के साथ हुई हैं.

वन स्टॉप सेंटर पर प्राप्त शिकायतों में कामकाजी महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण की शिकायतें भी हैं। अधिकारियों की माने तो लड़कियां दूसरे शहरों में नौकरी के लिए जाती हैं। यहां वह सोशल मीडिया या अपने सहकर्मी के धोखे के जाल में फंस जाती है। युवा शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करते हैं और बाद में शादी से मुकर जाते हैं। ऐसे में वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने मामलों की सुनवाई की और आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने में पीड़िता की मदद की.

वन स्टॉप सेंटर में जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले सामने आते हैं वहीं महिलाओं के अन्य पुरुषों से अवैध संबंध के मामले भी सामने आते हैं। इस बात को लेकर पति-पत्नी में कहासुनी भी चल रही है। ऐसे मामलों में वन स्टॉप सेंटर में सुनवाई होती है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं।