मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव होंगी सपा की उम्मीदवार

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, उत्तरप्रदेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 2012 और 2014 में कन्नौज लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था।

Dimple Yadav will be SP candidate in Mainpuri Lok Sabha by-election
अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

लखनऊ:  मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।समाजवादी पार्टी ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया है, ‘‘समाजवादी पार्टी द्वारा लोकसभा क्षेत्र मैनपुरी उपचुनाव-2022 हेतु डिंपल यादव, पूर्व सांसद को प्रत्याशी घोषित किया है।’’
 

मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण खाली हुई थी सीट

मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण खाली हुई है। उपचुनाव के लिए आवश्यक होने पर मतदान पांच दिसंबर को और वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होनी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 2012 और 2014 में कन्नौज लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था।

राजनीतिक गलियारों में इस सीट के लिए यादव परिवार की अगली पीढ़ी के तेज प्रताप यादव का नाम पार्टी के संभावित उम्मीदवार के रूप में चल रहा था लेकिन आज अंतिम फैसला डिंपल के नाम पर हुआ। मैनपुरी सीट से डिंपल की उम्मीदवारी को पार्टी संरक्षक व ससुर मुलायम सिंह यादव की विरासत को आगे बढ़ाने के सपा के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही इसे सपा कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की कोशिश भी मानी जा रही है।

अखिलेश की करहल विधानसभा सीट मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

मैनपुरी सीट से डिंपल को सपा का प्रत्याशी बनाए जाने पर शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।इस उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव की भूमिका को लेकर राजनीतिक गलियारों में जोरदार बहस चल रही है।

डिंपल (44) 2009 में फिरोजाबाद से राज बब्बर और 2019 में कन्नौज से भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक के खिलाफ लोकसभा उपचुनाव हार गई थीं। अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने और उनके उत्तर प्रदेश विधान परिषद में प्रवेश करने के लिए सीट से इस्तीफा देने के बाद 2012 में वह कन्नौज निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्विरोध चुनी गई थीं।