हादसे में खोए दोनों पैर और एक हाथ फिर भी नहीं हारी हिम्मत, UPSC में हासिल की 917 वां रैक

Rozanaspokesman

राष्ट्रीय, उत्तरप्रदेश

बता दें कि सूरज ने बिना किसी कोचिंग के परीक्षा पास की है।

photo

मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी निवासी दिव्यांग सूरज तिवारी ने यूपीएससी परीक्षा में सफल होकर युवाओं के लिए मिसाल कायम की है. दरअसल एक ट्रेन हादसे में सूरज ने अपने दोनों पैर और एक हाथ गंवा दिया था। इसके बावजूद सूरज ने हिम्मत नहीं हारी और यूपीएससी की परीक्षा में 917वीं रैंक हासिल की। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी उन्हें इस सफलता पर बधाई दी है.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, मैनपुरी के विकलांग सूरज तिवारी ने पहले प्रयास में आईएएस पास किया। परीक्षा उत्तीर्ण कर उन्होंने सिद्ध कर दिया कि संकल्प शक्ति अन्य सभी शक्तियों से बढ़कर है। सूरज को उनकी 'सूर्य' जैसी उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।

बता दें कि सूरज एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक दर्जी हैं और उन्होंने बिना किसी कोचिंग के परीक्षा पास की। सूरज ने कभी भी अपनी आर्थिक स्थिति को मंज़िल की राह में बाधक नहीं बनने दिया, यही वजह है कि आज उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि संघ लोक सेवा आयोग ने कल सिविल सेवा परीक्षा और साक्षात्कार का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है. इशिता किशोर ने परीक्षा में टॉप किया है। यूपीएससी के मुताबिक इस बार इस परीक्षा के जरिए कुल 933 अधिकारियों का चयन किया गया है. कुल 933 सफल उम्मीदवारों में से कई ऐसे हैं जिन्होंने सफलता पाने के लिए कठिन परिस्थितियों से संघर्ष किया है और हिम्मत हार चुके लोगों के लिए रोल मॉडल बन गए हैं।