मजबूत वैश्विक रुख से सेंसेक्स करीब 900 अंक चढ़ा, निफ्टी में 272 अंक से ज्यादा की तेजी

Rozanaspokesman

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इसी तरह निफ्टी 272.45 अंक यानी 1.57 प्रतिशत बढ़कर 17,594.35 पर बंद हुआ।

Sensex rises nearly 900 points on strong global trend, Nifty rises over 272 points

मुंबई :  वैश्विक शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी कोषों की ताजा लिवाली के चलते शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स करीब 900 अंक चढ़ गया, जबकि एनएसई निफ्टी में 272 अंक से ज्यादा का उछाल आया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 899.62 अंक या 1.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,808.97 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 1,057.69 अंक यानी 1.79 प्रतिशत बढ़कर 59,967.04 पर पहुंच गया था।

इसी तरह निफ्टी 272.45 अंक यानी 1.57 प्रतिशत बढ़कर 17,594.35 पर बंद हुआ।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, ''बाजारों ने शुक्रवार को एक मजबूत वापसी की और वैश्विक संकेतों पर नजर रखते हुए डेढ़ प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल की। आज की तेजी के लिए अमेरिका में सुधार को जिम्मेदार बताया जा सकता है। हम वैश्विक बाजारों के अनुसार चल रहे हैं और इन रुझानों के जारी रहने की उम्मीद है।''

सेंसेक्स में भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी और टाइटन बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले और एशियन पेंट्स में गिरावट रही। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.68 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक 0.58 प्रतिशत चढ़ा।

क्षेत्रवार सूचकांकों की बात करें तो सेवाओं में 3.17 प्रतिशत, बैंकिंग में 2.13 प्रतिशत, उपयोगिता में 1.84 प्रतिशत, वित्तीय सेवाओं में 1.76 प्रतिशत, जिंस में 1.69 प्रतिशत और बिजली में 1.60 प्रतिशत की तेजी रही।

अन्य एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में बंद हुए। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 12,770.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''मुद्रास्फीति के बारे में चिंता करने की तुलना में आज बाजार के पास खुश होने के अधिक कारण थे। अडाणी के शेयरों में विदेशी निवेश की रिपोर्ट के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में तेजी आई। इससे कमजोर भावनाओं को दूर करने में मदद मिली। एफआईआई की लिवाली से इस धारणा को और बल मिला।''

गौरतलब है कि मुश्किल दौर से गुजर रहे अडाणी समूह ने अपनी चार सूचीबद्ध कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी अमेरिकी संपत्ति प्रबंधक कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत घटकर 84.69 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।