राजस्थान : पिटाई से हुई युवक की मौत के मामले में 10 लोग हिरासत में

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पुलिस के अनुसार, आरोपियों में से कुछ वन विभाग के कर्मचारी बताए जा रहे हैं।

सांकेतिक फोटो

जयपुर:  राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कुछ लोगों की पिटाई के कारण हुई एक युवक की मौत के मामले में पुलिस ने 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने हालांकि इसके भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या किए जाने (मॉब लिचिंग) की घटना होने से इनकार करते हुए कहा कि युवक शरीर पर चोट के निशान नहीं दिखे हें और शव पर एकमात्र निशान तेज धार वाले हथियार से हमले का है।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों में से कुछ वन विभाग के कर्मचारी बताए जा रहे हैं। कोटपूतली-बहरोड़ की पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा ने बताया, "मामले में दस लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। मौके से नमूने एकत्र करने के लिए जयपुर से फॉरेंसिक टीम बुलायी गयी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि शुरूआती जांच में वन विभाग के तीन-चार कर्मचारियों और दो अन्य की भूमिका सामने आई है।

पुलिस अधीक्षक ने इसके 'मॉब लिंचिंग' का मामला होने से इनकार करते हुए कहा, "प्रथम दृष्टया, पीड़ित की मौत किसी तेज धार वाले हथियार के वार के बाद आंतरिक रक्तस्राव से हुई प्रतीत होती है। शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे।" इस बीच, पीड़ित वसीम के परिजन और ग्रामीण हरसोरा थाने पहुंचे और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल शर्मा को ज्ञापन सौंपकर मुआवजे और मामले में त्वरित कार्रवाई और पारदर्शी जांच की मांग की।

पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि बृहस्पतिवार रात कुछ लोगों ने नारोल गांव में तीन युवकों को बुरी तरह पीटा जिससे उनमें से एक वसीम की मौत हो गई। युवक के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि वन विभाग की एक टीम ने उसे व दो अन्य युवकों को पकड़ा और उनकी पिटाई की।