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Lok Sabha Elections: पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना पर 15 साल से कांग्रेस का कब्जा
Published : Mar 29, 2024, 5:56 pm IST
Updated : Mar 29, 2024, 6:06 pm IST
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Congress has been in control of Punjab's financial capital Ludhiana for 15 years
Congress has been in control of Punjab's financial capital Ludhiana for 15 years

1952 में बनी लुधियाना लोकसभा सीट से अब तक 18 सांसद चुनकर संसद में भेजे जा चुके हैं.

Lok Sabha Elections: परंपरागत रूप से कांग्रेस के प्रभाव वाली लुधियाना लोकसभा सीट पर मुख्य मुकाबला हमेशा कांग्रेस और अकाली दल के बीच ही रहा है. 2014 में आम आदमी पार्टी की एंट्री ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया.

2014 में कांग्रेस के रवनीत बिट्टू ने AAP के एचएस फुल्का को हराया था. अकाली दल के मनप्रीत सिंह अयाली तीसरे स्थान पर रहे. आम आदमी पार्टी के आने से इस सीट का समीकरण काफी बदल गया है. हालांकि, AAP को अभी तक इस सीट पर जीत नहीं मिली है. 2019 में भी बिट्टू यह सीट हासिल करने में सफल रहे. वे लुधियाना की ओर से हैट्रिक बनाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे थे. इससे पहले वह एक बार आनंदपुर साहिब से सांसद भी रह चुके हैं.

1952 में बनी लुधियाना लोकसभा सीट से अब तक 18 सांसद चुनकर संसद में भेजे जा चुके हैं. इनमें से 11 बार मतदाताओं ने कांग्रेस पर भरोसा जताया है. शिरोमणि अकाली दल को छह बार और आजाद पार्टी को एक बार मौका मिला। कांग्रेस के दविंदर सिंह गरचा तीन बार सांसद बन चुके हैं. कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू, गुरचरण सिंह गालिब और बहादुर सिंह दो-दो बार सांसद बन चुके हैं।

मनीष तिवारी भी सांसद थे

2009 में इस सीट से कांग्रेस के मनीष तिवारी भी जीत चुके हैं. उन्हें 449,264 वोट मिले, जो कुल वोटों का 53.08 फीसदी है. उन्होंने अकाली दल के गुरचरण सिंह गालिब को हराया. उन्हें 3,35,558 यानी 39.65 फीसदी वोट मिले. इस सीट का 70 फीसदी इलाका शहरी और बाकी ग्रामीण है.

1952 और 1957 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के बहादुर सिंह विजेता रहे. इसके बाद 1957 में हुए चुनाव में आजाद पार्टी के अजित सिंह फिर मामूली विजेता रहे. 1962 में हुए चुनाव में आज़ाद पार्टी के कपूर सिंह विजेता रहे। 1967 में कांग्रेस के दविंदर सिंह गरचा, 1971 में कांग्रेस के दविंदर सिंह गरचा, 1977 में अकाली दल के जगदेव सिंह तलवंडी, 1980 में कांग्रेस के दविंदर सिंह गरचा, 1984 में अकाली दल के मेवा सिंह गिल, 1989 में अकाली दल की राजिंदर कौर। 1996 और 1998 में अकाली दल के अमरीक सिंह अलीवाल, 1999 में कांग्रेस के गुरचरण सिंह ग़ालिब, 2004 में अकाली दल के शरणजीत सिंह ढिल्लों सांसद चुने गए।

2019 चुनाव की स्थिति                                 प्रत्याशी वोट              प्रतिशत

  • रवनीत सिंह बिट्टू कांग्रेस                   3,83,795                36.36
  • सिमरजीत सिंह बैंस, लोक इंसाफ पार्टी  3,06,786               29.36
  • महेशिंदर ग्रेवाल, शिरोमणि अकाली दल 2,99,435               28.6
  • प्रो. तेजपाल गिल, आप                       15,945                     1.52
  • नोटा                                                  10,538                     1.1

कांग्रेस के रवनीत बिट्टू साथ में 76732 वोट विजय प्राप्त की

कुल वोटिंग: 62.14 फीसदी

2014 लोकसभा चुनाव                      प्रत्याशी वोट           प्रतिशत

रवनीत बिट्टू, कांग्रेस                                300459               27.27
हरविंदर फूलका, आप                               280750               25.48
मनप्रीत अयाली, शिरोमणि अकाली दल    256590              23.28
सिमरजीत बैंस, लोक इंसाफ पार्टी             210917             19.14

कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू 19709 वोटों से जीते।

कुल वोटिंग: 70.58 फीसदी

(For more news apart from Congress has been in control of Punjab's financial capital Ludhiana for 15 years, stay tuned to Rozana Spokesman)

Location: India, Punjab, Ludhiana

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